इंडिया में 1 अक्टूबर (शनिवार) को 5जी मोबाइल सेवाएं (5G Mobile Services) शुरू हो गई हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Prime Minister Narendra Modi) ने इसका उद्घाटन किया। इस मौके पर रिलायंस इंडस्ट्रीज के चेयरमैन मुकेश अंबानी ने कहा कि 5जी टेक्नोलॉजी से इंडिया की ग्रोथ बढ़ाने में मदद मिलेगी। इससे इंडिया की इकोनॉमी साल 2047 तक 40 लाख करोड़ डॉलर (ट्रिलियन) की हो जाएगी। अभी इंडिया की इकोनॉमी 3 लाख करोड़ डॉलर की है।
उन्होंने कहा कि 5जी से हमें ग्रोथ बढ़ाने के साथ ही विकास में सभी वर्ग के लोगों को शामिल करने में मदद मिलेगी। इससे प्रति व्यक्ति आय 2,000 डॉलर से बढ़कर 20,000 हो जाएगी। इससे यह कहना गलत नहीं होगा कि 5G एक डिजिटल कामधेनु की तरह है। वह आलौकिक गाय जो हमें हर वह चीज देती है, जिसकी हम इच्छा करते हैं।
उन्होंने कहा कि अगले साल दिसंबर तक देश के हर शहर, तालुका और तहसील में रिलायंस जियो की 5जी सेवाएं उपलब्ध हो जाएगी। 5जी टेक्नोलॉजी का ज्यादातर हिस्सा इंडिया में बना है। इस तरह यह आत्मनिर्भर भारत का प्रतीक है। हो सकता है कि इंडिया में यह सेवा शुरू करने में थोड़ी देर हुई है, लेकिन मैं आपको आश्वस्त करता हूं कि हम सबसे पहले देश के हर कोने में इस सेवा को पहुंचाने का काम करेंगे।
उन्होंने कहा कि इंडियन टेलीकॉम इंडस्ट्री लीडरशिप रोल निभाने के लिए तैयार है। उन्होंने कहा कि सरकार की कोशिशों से इंडिया 5जी युग में प्रवेश कर रहा है। उन्होंने कहा कि मेरा मानना है कि यह एक फाउंडेशनल टेक्नोलॉजी है, जिससे आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस, इंटरनेट, इंटरनेट ऑफ थिंग्स, रोबोटिक्स, ब्लॉकचेन और मेटावर्स जैसी 21वीं सदी की टेक्नोलॉजी के दरवाजें खुल सकते हैं।
अंबानी ने कहा कि 5जी सिर्फ अगली पीढ़ी की टेक्नोलॉजी नहीं है, यह इससे भी बड़ी चीज है। उन्होंने 5जी टेक्नोलॉजी के कई फायदों के बारे में बताया। उन्होंने कहा कि इससे देश में हाई क्वालिटी हेल्थकेयर सेवाएं दी जा सकती हैं। इससे अस्पतालों को 5जी सेवाओं में बदला जा सकता है। इससे रियल टाइम में इलाज के फैसले लिए जा सकेंगे।
रिलायंस इंडस्ट्रीज के चेयरमैन ने कहा कि 5जी कई मामलों में शहरी और ग्रामीण भारत के बीच के फासले को कम कर सकता है। इससे स्मॉल स्केल इंडस्ट्रीज के लिए हाई टेक्नोलॉजी टूल्स उपबल्ध कराए जा सकते हैं। 5जी सेवाओं का इस्तेमाल कर इंडिया दुनिया का इंटेलिजेंस कैपिटल बन सकता है। इससे हाई क्वालिटी एजुकेशन और स्किल डेवलपमेंट में भी मदद मिलेगी।
देश की तीन प्रमुख टेलीकॉम कंपनियों ने 5जी मोबाइल सेवाएं शुरू करने के लिए पूरी तैयारी कर चुकी हैं। माना जा रहा है कि अगले 1.5 से 2 साल में यह सेवा देश के हर इलाके में उपलब्ध हो जाएगी। शुरुआत में यह सेवा देश के 13 बड़े शहरों में शुरू की जा रही हैं।