Unacademy के को-फाउंडर गौरव मुंजाल ने ईसॉप कनवर्जन के फैसले पर स्पष्टीकरण दिया

अनएकैडमी के को-फाउंडर और सीईओ गौरव मुंजाल के इस स्पष्टीकरण से पहले इस हफ्ते की शुरुआत में एक आफिशियल कम्युनिकेशन आया था, जिसके जरिए पूर्व एंप्लॉयीज को बताया गया था कि वे वेस्टेड ईसॉप्स कंपनी की करीब 2,650 करोड़ रुपये की वैल्यूएशन पर एक्सरसाइज कर सकते हैं

अपडेटेड Dec 20, 2025 पर 11:05 PM
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मुंजाल का यह स्पष्टीकरण तब आया है जब बेंगलुरु की स्टार्टअप एक संभावित अधिग्रहण के लिए बातचीत कर रही है।

अनएकैडमी के को-फाउंडर और सीईओ गौरव मुंजाल ने एक आंतरिक स्पष्टीकरण जारी किया है। इसका संबंध एग्जिटेड एंप्लॉयीज को अपने वेस्टेड स्टॉक ऑप्शंस को इक्विटी शेयरों में बदलने के कंपनी के फैसले से है। इसमें कहा गया है कि उनके लिए संभावित वैल्यू बनाए रखने के लिए यह फैसला लिया गया, क्योंकि ऐडटेक फर्म काफी कम वैल्यूएशन और संभावित एक्विजिशन डील के लिए बातचीत कर रही है।

इस स्पष्टीकरण से पहले इस हफ्ते की शुरुआत में एक आफिशियल कम्युनिकेशन आया था, जिसके जरिए पूर्व एंप्लॉयीज को बताया गया था कि वे वेस्टेड ईसॉप्स कंपनी की करीब 2,650 करोड़ रुपये की वैल्यूएशन पर एक्सरसाइज कर सकते हैं। यह अनएकेडमी के 3.4 अरब डॉलर की वैल्यूएशन से काफी कम है। यह विंडो 19 जनवरी, 2026 तक खुला है।

मुंजाल की तरफ से स्टाफ को भेजे गए ईमेल को मनीकंट्रोल ने देखा है। इसमें कहा गया है कि फैसला यह सुनिश्चित करने के लिए लिया गया कि स्टॉक-बेस्ड ट्रांजैक्शन की स्थिति में पूर्व एंप्लॉयीज का पूरी तरह नुकसान न हो। मुंजाल ने नोट में कहा, " ऑल-स्टॉक डील के लिए समान वैल्यूएशन पर अनएकैडमी की एमएंडए से जु़ड़ी बातचीत चल रही है, जिसमें कोई कैश शामिल नहीं होगा। इसका मतलब है कि इस डील के तहत फाउंडर्स और इनवेस्टर्स को कोई कैश नहीं मिल रहा।"


उन्होंने कहा, "जब लिक्विडेशन प्रिफरेंस ठीक तरह से लागू होता है तो ईसॉप्स एक तरह से जीरो हो जाता है। लेकिन, हम ऐसा होने देना नहीं चाहते।" उन्होंने कहा कि बोर्ड ने ईसॉप एक्सरसाइज को इसलिए एप्रूव किया कि कोई डील होने पर पूर्व स्टाफ के पास इक्विटी बनी रहे।

पूर्व एंप्लॉयीज को ईसॉप एक्सरसाइज की जो शर्तें बताई गई हैं, उसमें प्रति शेयर 0.00042 रुपये का बहुत कम प्राइस शामिल है। लेकिन, टैक्स के असर के बारे में भी सावधान किया गया है और उस रिस्क के बारे में बताया गया है इक्विटी से कोई रिटर्न नहीं मिल सकता है। नोटिस में चेतावनी दी गई है कि शेयर को एक्सरसाइज करने से भारत के कानून के तहत तुरंत टैक्स बनेगा। यह भी कहा गया है कि इनवेस्टर लिक्विडेशन प्रिफरेंसेज से कॉमन शेयरहोल्डर्स के लिए बहुत कम या कोई पेआउट नहीं बचेगा।

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मुंजाल का यह स्पष्टीकरण तब आया है जब बेंगलुरु की स्टार्टअप एक संभावित अधिग्रहण के लिए बातचीत कर रही है। मनीकंट्रोल ने पिछले महीने खबर दी थी कि रॉनी स्क्रूवाला की अगवाई वाली अपग्रेड अनएकैडमी को 30-40 करोड़ डॉलर में खरीदने के लिए बातचीत कर रही है। बातचीत का फोकस अनएकेडमी के टेस्ट-प्रेप और पोस्टग्रेजुएट वर्टिकल्स को अपग्रेड के पोर्टफोलियो के साथ कंसॉलिडेशन करने पर था।

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