द इंडिया सीमेंट्स लिमिटेड (The India Cements Ltd) के वाइस चेयरमैन और मैनेजिंग डायरेक्टर एन श्रीनिवासन (N Srinivasan) और उनके परिवार ने इंडियन प्रीमियर लीग (IPL) के चेन्नई टीम की मालिक चेन्नई सुपर किंग्स क्रिकेट लिमिटेड (Chennai Super Kings Cricket Ltd) के प्रमोटर के रूप में वापसी की है। एन श्रीनिवासन और उनके परिवार के कुछ सदस्य भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (BCCI) के राष्ट्रीय और राज्य स्तर के बोर्ड में कई पदों पर बने हुए थे। इसके चलते हितों का टकराव का मामला बना था और उन्हें चेन्नई सुपर किंग्स (CSK) के प्रमोटर की हैसियत छोड़नी पड़ी थी। हालांकि उनकी वापसी से ऐसा लगता है कि यह हितों के टकराव का मामला अब संभवत: खत्म हो गया है।
चेन्नई सुपर किंग्स ने 2022-23 की अपनी सालाना रिपोर्ट में प्रमोटरों की सूची और उनके शेयरहोल्डिंग में बदलाव को लेकर जानकारी दी है। यह बदलाव 'इंडिया सीमेंट्स शेयरहोल्डर ट्रस्ट' की ओर से CSK में अपनी करीब पूरी हिस्सेदारी को इंडिया सीमेंट्स के एलिजिबल प्रमोटर और गैर-प्रमोटरों मे बांटने के बाद किया गया है।
इसके मुताबिक, इंडिया सीमेंट्स शेयरहोल्डर्स ट्रस्ट के पास CSK की हिस्सेदारी वित्त वर्ष 2023 में घटकर 1.76 फीसदी पर आ गई, जो एक साल पहले 30 फीसदी थी। सालाना रिपोर्ट के मुताबिक, ट्रस्ट ने CSK के 3,84,882 शेयर इंडिया सीमेंट्स के गैर प्रमोटरों और 8.67 करोड़ शेयर प्रमोटरों में बांटा है।
श्रीनिवासन और उनके परिवार के पास अब CSK की 28.14 फीसदी हिस्सेदारी है। हालिया सालाना रिपोर्ट के मुकाबिक, CSK के अब कुल 7 प्रमोटर हैं। इसमें EWS फाइनेंस एंड इन्वेस्टमेंट्स (21.47 प्रतिशत), फाइनेंशियल सर्विसेज ट्रस्ट और सिक्योरिटीज सर्विसेज ट्रस्ट की ट्रस्टी के रूप में रूपा गुरुनाथ (6.48 प्रतिशत), एन श्रीनिवासन (0.14 प्रतिशत), चित्रा श्रीनिवासन (0.02 प्रतिशत), रूपा गुरुनाथ (0.01 प्रतिशत), एस के अशोक बालाजे (0.02 प्रतिशत) और राजम कृष्णमूर्ति (1,940 शेयर) शामिल हैं। इन सातों प्रमोटरों में किसी के भी पास पिछले साल CSK का कोई शेयर नहीं था।
श्रीनिवासन और उनके बेटी रुपा गुरुनाथ (Rupa Gurunath) दोनों बीसीसीआई और उससे जुड़ी संस्थाओं में अपने पदों से हट चुके हैं। इसी के बाद उन्हें CSK के प्रमोटर के रूप में शामिल किया गया है। श्रीनिवासन साल 2001 से 2018 तक तमिलनाडु क्रिकेट एसोसिएशन (TNCA) के अध्यक्ष थे। वह साल 2005 से 2008 के दौरान बीसीसीआई के कोषाध्यक्ष थे और फिर 2008 से 2011 तक वह इस संस्था के सेक्रेटरी रहे। बाद में साल 2011-12 के दौरान वह BCCI के प्रेसिडेंट भी बने। उनकी बेटी रुपा गुरुनाथ भी TNCA के अध्यक्ष पद से इस्तीफा दे चुकी हैं। ऐसे में अब उनके पद पर हितों का कोई टकराव नहीं है।
मूल रूप से IPL की चेन्नई टीम की मालिक इंडिया सीमेंट्स ही थी। लेकिन जब हितों के टकराव पर विवाद छिड़ा, तो सीमेंट कंपनी ने 2015 की शुरुआत में CSK को एक स्वतंत्र कंपनी के रूप में अलग कर दिया।
कानूनी जानकारों का कहना है कि श्रीनिवासन और उनके परिवार की CSK के प्रमोटर के रूप में वापसी के पीछे कारण संभवत: बदली हुई परिस्थितियां हैं। उन्होंने कहा, अगर ट्रस्ट डीड के कॉन्ट्रैक्ट में इसका प्रावधान है तो इसमें कुछ भी गलत नहीं है।