राष्ट्रीय बाल अधिकार संरक्षण आयोग (NCPCR) ने मंगलवार को कहा कि उसे जानकारी मिली है कि एडटेक कंपनी बायजू (Byju's) बच्चों और उनके अभिभावकों का शोषण कर रही है। NCPCR ने बताया कि अभी तक मिली जानकारी के मुताबिक, Byju's पर आरोप लग रहे हैं कि कंपनी बच्चों और उनके अभिभावकों के फोन नंबर खरीदकर उन्हें धमकी दे रही है। Byju's पर गंभीर आरोप लग रहे हैं कि कंपनी बच्चों पर दबाव बना रही है कि वो उनके कोर्स खरीदें नहीं तो वह बच्चों का भविष्य बर्बाद कर देगी। बायजू (BYJU's) के सीईओ बायजू रवींद्रन (Byju Raveendran) को राष्ट्रीय बाल अधिकार संरक्षण आयोग (NCPCR) ने समन जारी किया है।
बाल आयोग ने कुछ मीडिया रिपोर्ट्स के आधार पर बायजू रवींद्रन को यह समन जारी किया है। इन रिपोर्टों में आरोप लगाया था कि BYJU's अपने कोर्सों को गलत तरीके से बेचकर छात्रों का शोषण कर रही है। रिपोर्ट में यह भी जिक्र किया गया था कि कंपनी ग्राहकों को कर्ज लेकर कोर्स खरीदने के लिए "बरगला" रही है और इन कोर्स का पैसा कस्टमर के चाहने पर रिफंड नहीं किया जा रहा।
इसके अलावा, रिपोर्ट में यह भी कहा गया है कि BYJU's को कथित तौर पर बच्चों के माता-पिता से इस मामले में कई शिकायतें मिली थीं, लेकिन उन्होंने उनके बारे में कुछ नहीं किया।
यह देखते हुए कि BYJU's अभिवाहकों और बच्चों को कथित तौर पर गलत तरीके से लुभाकर कर्ज-आधारित समझौते करवा रही है और उनका शोषण कर रही है, NCPCR ने 23 सितंबर को दोपहर 2 बजे बायजू रवींद्रन को व्यक्तिगत तौर पर पेश होने को कहा है।
आयोग की तरफ से जारी समन के मुताबिक, रवींद्रन को 23 दिसंबर को "बच्चों के लिए BYJU's की ओर से चलाए जा रहे सभी कोर्स की डिटेल, इन कोर्स के स्ट्रक्चर और फीस से जुड़ी डिटेल, प्रत्येक कोर्स में इनरोल बच्चों की संख्या, BYJU's की रिफंड पॉलिसी, BYJU's को एक वैध एड-टेक कंपनी का दर्जा देने से जुड़े डॉक्यूमेंट और मीडिया रिपोर्ट के दावों के संबंधन में अन्य जरूरी डॉक्यूमेंट्स" के साथ पेश होने को कहा गया है।
NCPCR ने यह भी चेतावनी दी है कि अगर BYJU's के सीईओ इस समन का पालन करने में विफल करते हैं, तो उन्हें गैर-उपस्थिति के जुड़ी अन्य कार्रवाइयों का सामना करना पड़ सकता है।