अनिल अग्रवाल की कंपनी वेदांता के साथ सेमीकंडक्टर बिजनेस डील से Foxconn पीछे हट गई है। ऐसे में देश के यूनियन स्टेट इलेक्ट्रॉनिक्स और IT मिनिस्टर राजीव चंद्रशेखर ने 10 जुलाई को कहा कि Foxconn के पीछे हटने का देश के सेमीकंडक्टर प्लान पर कोई नेगेटिव असर नहीं पड़ेगा।
चंद्रशेखर ने ट्वीट करके कहा, "वेदांता के साथ JV बिजनेस से फॉक्सकॉन के निकलने के फैसले का असर भारत के सेमीकंडक्टर गोल पर नहीं पड़ेगा।" उन्होंने आगे लिखा कि दोनों कंपनियों का भारत में बड़ा निवेश है। उन्होंने लिखा, "ये दोनों कंपनियां जॉब के मौके देने और ग्रोथ के लिहाज से हमारे लिए वैल्यूएबल इनवेस्टर्स हैं।"
इससे पहले यूनियन IT और इलेक्ट्रॉनिक्स मिनिस्टर अश्वनि वैष्णव ने भी CNBC-TV18 से कहा था, "फॉक्सकॉन और वेदांता दोनों भारत में सेमीकंडक्टर मिशन और मेक इन इंडिया के लिए प्रतिबद्ध हैं।" इस मामले की जानकारी रखने वाले सरकारी सूत्रों ने कहा कि फॉक्सकॉन और वेदांता अभी भी सेमीकंडक्टर प्लांट लगाना चाहती हैं लेकिन अब वो अलग-अलग पार्टनर के साथ साझेदारी करेंगी।
Foxconn एक ग्लोबल इलेक्ट्रॉनिक्स मैन्युफैक्चरिंग कंपनी है। कंपनी ने कहा कि वह JV से Foxconn का नाम हटाएंगे क्योंकि जेवी पर अब वेदांता का पूरा हक है।