Zee Share Price: सिक्योरिटीज एंड अपीलीय ट्राइब्यूनल (SAT) आज 10 जुलाई को Zee एंटरटेनमेंट एंटरप्राइजेज के प्रमोटर्स को राहत नहीं देने का फैसला किया। Zee के प्रमोटर्स सुभाष चंद्रा और पुनीत गोयनका ने यह याचिका सेबी के उस फैसले के खिलाफ दायर की थी जिसमें रेगुलेटर ने ज़ी के प्रमोटर्स पर किसी भी कंपनी में कोई अहम पद लेने पर रोक लगाई थी। अपीलीय ट्राइब्यूनल ने इस मामले में सेबी और Zee एंटरटेनमेंट के CEO पुनीत गोयनका की दलील सुनने के बाद 27 जून को अपना फैसला रिजर्व कर लिया था। अभी तक मिली जानकारी के मुताबिक, गोयनका और चंद्रा अगले दो हफ्तों में सेबी को अपना जवाब भेजेंगे।
12 जून को सेबी ने अपने अंतरिम आदेश में कहा था कि Essel Group के चेयरमैन सुभाष चंद्रा और Zee एंटरटेनमेंट के मैनेजिंग डायरेक्टर और CEO पुनीत गोयनका किसी भी लिस्टेड कंपनी में कोई अहम पद नहीं ले पाएंगे।
अपनी दलील में सेबी के वकील दारियस खंबाटा ने जून में कहा था कि मार्केट रेगुलेटर पिछले 4 महीनों से यह संकेत दे रहा है कि फंड के गलत इस्तेमाल की जांच चल रही है। खंबाटा ने कहा था कि सेबी का फैसला उसे मिले सबूतों पर आधारित है।
इसके जवाब में पुनीत गोयनका के वकील जनक द्वारकादास ने कहा था कि मार्केट रेगुलेटर के पास कोई सबूत नहीं है। द्वारकादास ने ये भी दलील दी थी कि जांच में सेबी को प्रमोटर के खिलाफ गलत या फर्जी ट्रांजैक्शन के कोई सबूत नहीं मिले थे। द्वारकादास ने ये भी कहा था कि कंपनी से दो लोगों को हटाकर सेबी अपने अधिकारों का गलत फायदा उठा रहा है।
द्वारकादास की दलील थी कि सेबी का अंतरिम आदेश उनके खिलाफ है। लेकिन Yes Bank के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की गई है। जबकि Yes Bank ने बिना Zee की मंजूरी लिए 200 करोड़ रुपए FD करा दिया था।
Zee Entertainment के शेयर टूटे
कंपनी के प्रमोटर्स के खिलाफ फैसला आने के बाद Zee Entertainment के शेयरों में गिरावट बढ़ गई। दोपहर 12.07 पर Zee Entertainment के शेयर 3.05 फीसदी टूटकर 200.15 रुपए पर ट्रेड कर रहे थे।
Zee और जापान के सोनी ग्रुप ने 2021 में विलय का ऐलान किया था। विलय के बाद नई कंपनी 10 अरब डॉलर की यूनिट बन जाती। पुनीत गोयनका विलय के बाद बनी नई कंपनी के मैनेजिंग डायरेक्टर और CEO होते। लेकिन अभी तक इस डील के लिए रेगुलेटर की मंजूरी नहीं मिल पाई है।
सोनी पिक्चर्स एंटरटेनमेंट ने इस साल जून में कहा था कि वह सेबी के आदेश को गंभीरता से लेगी। साथ ही आगे वाली घटनाओं पर करीबी नजर बनाकर रखेगी क्योंकि इनका असर डील पर भी हो सकता है। सोनी ने कहा था, "हम सेबी के अंतरिम आदेश को गंभीरता से ले रहे हैं।" गोयनका पर लगी पाबंदी से सोनी के साथ होने वाले विलय पर भी संकट के बादल मंडरा रहे हैं।