ऑनलाइन फूड डिलीवरी कंपनी जोमैटो (Zomato) को हितधारकों से इस बात को लेकर नाराजगी का सामना करना पड़ा कि उसने ब्लिंकिट (Blinkit) के को-फाउंडर अलबिंदर ढींडसा (Albinder Dhindsa) और जोमैटो की चीफ पीपल ऑफिसर आकृति चोपड़ा (Akriti Chopra) के बीच पति-पत्नी के रिश्ते का खुलासा नहीं किया। जोमैटो ने सोमवार 1 अगस्त को इस बारे में कहा कि इसमें छुपाने जैसा कुछ नहीं था और ब्लिंकिट के साथ डील के दौरान उचित प्रक्रियाओं का पालन किया गया था।
Zomato ने जून में 57 करोड़ डॉलर की एक डील में क्विक कॉमर्स कंपनी ब्लिंकिट (Blinkit) के अधिग्रहण का ऐलान किया था, जिसे अब शेयरधारकों की भी मंजूरी मिल गई है।
Zomato के सीईओ दीपिंदर गोयल ने कहा, "अलबिंदर और आकृति के बीच संबंध सार्वजनिक है और यह पहले से सबको मालूम है। इसमें छिपाने के लिए कुछ नहीं था। बोर्ड को इसके बारे में पता था और खुद आकृति सहित सभी टीम ने यह सुनश्चित किया कि वह डील से जुड़ी किसी भी चर्चा या फैसले में शामिल न हों।"
उन्होंने कहा, "इस डील का जोमैटो में चीफ पीपल ऑफिसर के रूप में उनकी भूमिका के साथ कोई रिश्ता नहीं था। हमने इस मामले में सराफ एंड पार्टनर्स से स्वतंत्र राय भी ली थी कि मौजूदा नियमों के तहत कई कोई संबंधित पार्टी ट्रांजैक्शन का मामला तो नहीं बन रहा है।"
गोयल ने इसके अलावा ब्लिंकिट के अधिग्रहण की वैल्यूएशन पर भी बात की, जो हितधारकों की तरफ से उठाई गई चिंताओं में एक अहम बिंदु था। उन्होंने कहा, "डील से जुड़ी शर्तों पर सहमत होने से पहले डॉक्यूमेंट्स की कठोर और विस्तृत जांच पड़ताल, विचार-विमर्श, बातचीत की गई थी (जैसा बाकि कंपनियां किसी दूसरी फर्म के साथ अहम ट्रांजैक्शन से पहले करती है।) हमने कई बाहरी सलाहकारों की सेवाएं ली, जिन्होंने हमें ट्रांजैक्शन के विभिन्न पहलुओं में मदद की। इसमें वैल्यूएशन भी शामिल है, जिसे EY ने ओके किया था और फिर हमने मॉर्गन स्टैनली से इस पर स्वतंत्र राय ली थी।"
उन्होंने कहा, "हमने वैल्यूएशन पर काफी बातचीत की। हालांकि इसके साथ हमारा इरादा अवसरवादी होना नहीं है क्योंकि इस मुकाम पर दूसरी टीम के लिए निष्पक्ष रहना भी अहम है, जो आगे चलकर इस कारोबार को आपके लिए खड़ा करने जा रहे हैं।"
जोमैटा का घाटा आधा होकर 186 करोड़ रुपये रहा
Zomato ने सोमवार 1 अगस्त को मौजूदा वित्त वर्ष की पहली तिमाही (अप्रैल जून 2022) के नतीजे जारी किए। जोमैटो ने बताया कि जून तिमाही में उसका शुद्ध घाटा (Net Loss) 186 करोड़ रुपये रहा, जो पिछले वित्त वर्ष की इसी तिमाही में 359 करोड़ रुपये था। वहीं कंपनी का रेवेन्यू (Revenue) जून तिमाही में 67.44 फीसदी बढ़कर 1,413.9 करोड़ रुपये रहा, जो एक साल पहले की इसी तिमाही में 844.4 करोड़ रुपये था।
इस साल 67% गिरे कंपनी के शेयर
इस बीच जोमैटो के शेयर सोमवार को NSE पर 0.64 फीसदी लुढ़ककर 46.50 रुपये पर बंद हुए। पिछले एक महीने में जौमैटो के शेयरों में करीब 14.36% की गिरावट आई है। वहीं साल 2022 की शुरुआत से अब तक इसके शेयरों की कीमत करीब 67.10 फीसदी गिर चुकी है।