Nvidia vs Microsoft: माइक्रोसॉफ्ट को एक बार फिर चिप कंपनी एनवीडिया ने पछाड़ दिया है और अब यह दुनिया की सबसे वैल्यूएबल कंपनी बन गई है। सीएनबीसी की रिपोर्ट के मुताबिक मंगलवार को इक्विटी कारोबार में एनवीडिया के शेयर 3% उछलकर $141.40 पर पहुंच गई। शेयरों की इस तेजी के साथ एआई चिप बनाने वाली दिग्गज कंपनी का मार्केट कैप $3.45 ट्रिलियन यानी $3.45 लाख करोड़ पर पहुंच गया। हालांकि माइक्रोसॉफ्ट भी बहुत पीछे नहीं है और इसका मार्केट कैप $3.44 ट्रिलियन है। यह एनवीडिया की तेजी से बढ़ती लोकप्रियता में एक और मील का पत्थर है, क्योंकि कंपनी एआई हार्डवेयर क्षेत्र में अपना दबदबा बनाए हुए है। एक महीने में इसके शेयर करीब 24% ऊपर चढ़े हैं।
करीब दो साल से चल रही पहले स्थान की लड़ाई
एनवीडिया पहली बार दुनिया की सबसे अधिक मार्केट कैप वाली कंपनी नहीं बनी है। इससे पहले पिछली बार एआई चिप कंपनी ने 24 जनवरी को यह उपलब्धि हासिल की थी। आईफोन (iPhone) बनाने वाली एपल (Apple) और माइक्रोसॉफ्ट के साथ पहले स्थान की जंग तो वर्ष 2023 के मध्य से ही चल रही है।
Nvidia की तेजी को AI दे रहा सपोर्ट
एनवीडिया की धमाकेदार ग्रोथ की वजह एआई चिप्स हैं जिनकी मांग बेतहाशा बढ़ रही है। इसका इस्तेमाल ओपनएआई (OpenAI) के चैटजीपीटी (ChatGPT) से लेकर माइक्रोसॉफ्ट, मेटा (Meta), गूगल (Google), एमेजॉन (Amazon), ओरेकल (Oracle) और एलॉन मस्क (Elon Musk) के xAI के लिए अहम एआई इंफ्रा में इसी की चिप का इस्तेमाल होता है। ये कंपनियां भारी-भरकम कंप्यूटिंग क्लस्टर्स बनाने के लिए अरबों डॉलर लगा रही हैं और सभी एनवीडिया के हार्डवेयर पर ही निर्भर हैं।
एनवीडिया को वर्ष 1993 में गेमिंग के लिए ग्राफिक चिप्स बनाने के लिए शुरू किया गया था। फिर एआई क्रांति ने इसे सिलिकॉन बैकबोन बना दिया। इसका जीपीयू कभी 3डी इमेज पेश करने के लिए डिजाइन किया गया था लेकिन अब यह पैरेलल डेटा प्रोसेसिंग के लिए अहम टूल बन गया है जो एआई के लिए काफी अहम है। अब एआई चिप कंपनी के कारोबारी सेहत की बात करें तो वित्त वर्ष 2026 (फरवरी-जनवरी) की पहली तिमाही फरवरी-अप्रैल 2025 में कंपनी का रेवेन्यू सालाना आधार पर 69.18% उछलकर ₹4406.2 करोड़ पर पहुंच गया। इस दौरान नेट इनकम भी 26.17% बढ़कर $1877.5 करोड़ पर पहुंच गया।