अमेरिकी पिज्जा चेन पापा जॉन्स इंटरनेशनल (Papa John's International) ने 2025 में भारतीय बाजार में वापसी की योजना बनाई है। पापा जॉन्स साल 2017 में भारत से यह कहते हुए बाहर निकल गई थी कि उसके रेस्टोरेंट, ब्रांड और फ्रेंचाइजी की अपेक्षाओं को पूरा करने में सक्षम नहीं हैं। इस बीच प्रतिद्वंद्वी Domino's Pizza और Pizza Hut पॉपुलर हो चुके हैं क्योंकि भारतीय तेजी से इंटरेशनल कुजीन को जगह दे रहे हैं।
रॉयटर्स की एक रिपोर्ट में कहा गया है कि पापा जॉन्स के प्रवक्ता ने ईमेल के जरिए कहा कि भारत एक प्राथमिकता बना हुआ है और कंपनी इस साल अपना पहला रेस्टोरेंट खोलेगी। Papa John's International की वेबसाइट के मुताबिक, लगभग 50 देशों और टेरिटेरीज में इसकी 5,900 से अधिक लोकेशंस हैं।
2023 में बताई गई योजनाओं के तहत कंपनी ने एक दशक में 650 आउटलेट तक विस्तार करने का लक्ष्य रखा है। Papa John's International ने कहा, "भारत एक जटिल बाजार है, जिसमें कंज्यूमर के यूनीक प्रिफरेंसेज हैं। हम यह सुनिश्चित करने के लिए जरूरी समय ले रहे हैं कि हमारे फ्रैंचाइज पार्टनर सही प्रोडक्ट्स और मेन्यू, टेक्नोलॉजी और रेस्टोरेंट के साथ शुरुआत करें, ताकि उनकी लॉन्ग टर्म सक्सेस सुनिश्चित हो सके।"
रॉयटर्स के मुताबिक, महंगाई मिडिल क्लास के बजट को कम कर रही है, जिससे कुछ कंपनियां विस्तार योजनाओं को धीमा कर रही हैं। भारत की टाटा कंज्यूमर प्रोडक्ट्स एक जॉइंट वेंचर के तहत स्टारबक्स स्टोर संचालित करती है। यह अपने शेड्यूल में कुछ नए आउटलेट की योजनाओं को बाद के लिए टाल रही है। कंज्यूमर एनालिस्ट अभी भी देश में वेस्टर्न फास्ट-फूड ब्रांड्स के लिए लॉन्ग टर्म संभावनाओं में विश्वास करते हैं। इसकी वजह है कि देश में बाहर जाकर खाने का कल्चर बढ़ रहा है और छोटे कस्बों का शहरीकरण हो रहा है।