साल 2023 में क्रिप्टो से जुड़े रैनसम अटैक्स से पेमेंट लगभग दोगुना होकर रिकॉर्ड 1 अरब डॉलर पर पहुंच गया। यह बात ब्लॉकचेन एनालिटिक्स फर्म चैनालिसिस ने कही है। रैनसम के लिए अस्पतालों, स्कूलों और सरकारी कार्यालयों जैसे संस्थानों को निशाना बनाने वाले स्कैमर्स ने पिछले साल 1.1 अरब डॉलर की कमाई की। 2022 में यह कमाई 56.7 करोड़ डॉलर थी। हालांकि, अन्य क्रिप्टो-संबंधित अपराधों जैसे स्कैमिंग और हैकिंग से होने वाले नुकसान में 2023 में गिरावट आई।
नए अमेरिकी बिटकॉइन ईटीएफ और दुनिया भर के केंद्रीय बैंकों की ओर से ब्याज दरों में कटौती शुरू करने के संकेतों के कारण क्रिप्टोकरेंसी बिटकॉइन सितंबर के अंत से 60% उछलकर 43,134 डॉलर पर पहुंच गया है।
सॉफ्टवेयर MOVEit को किया नष्ट
चैनालिसिस ने कहा कि "cl0p" नाम के डिजिटली जबरन वसूली करने वालों के एक समूह ने फाइल शेयरिंग सॉफ्टवेयर MOVEit को नष्ट कर दिया और रैनसम से लगभग 10 करोड़ डॉलर की कमाई की। सरकारी विभागों, यूके के टेलिकॉम रेगुलेटर, दिग्गज एनर्जी कंपनी शेल सहित सैकड़ों संगठनों ने MOVEit सॉफ्टवेयर टूल से जुड़ी साइबर सुरक्षा सेंधमारी की सूचना दी है। इस टूल का इस्तेमाल आमतौर पर पेंशन जानकारी और सोशल सिक्योरिटी नंबर सहित बड़ी मात्रा में संवेदनशील डेटा को ट्रांसफर करने के लिए किया जाता है।
नवंबर में एक रिपोर्ट से पता चला कि साइबरक्राइम ग्रुप "ब्लैक बस्ता" ने बिटकॉइन में कम से कम 10.7 करोड़ डॉलर की उगाही की थी। इसमें से अधिकांश रैनसम पेमेंट्स रूसी क्रिप्टोकरेंसी एक्सचेंज गारेंटेक्स को दिए गए थे। संयुक्त राष्ट्र की रिपोर्ट के अनुसार, साइबर चोरों और रैंसमवेयर हमलों के माध्यम से क्रिप्टोकरेंसी की चोरी भी उत्तर कोरिया के लिए फंडिंग का एक महत्वपूर्ण स्रोत है।