दिग्गज पेमेंट ऐप फोनपे (PhonePe) अपना खुद का पेमेंट गेटवे लॉन्च करने वाली है। यह इसके मौजूदा क्विक रिस्पांस (QR) कोड पर आधारित यूपीआई पेमेंट सर्विस और इन-ऐप पेमेंट्स के अतिरिक्त फीचर होगा। इस सर्विस के शुरू होने के बाद फोनपे की भिड़ंत पेटीएम (Paytm), पाइन लैब्स (Pine Labs) और रेजरपे (Razorpay) से होगी। सूत्रों के मुताबिक कंपनी अपने पेमेंट गेटवे के जरिए छोटे और मध्यम श्रेणी के कारोबारियों के बीच पैठ बनाना चाहती है।
फोनपे ने केंद्रीय बैंक आरबीआई (RBI) के पास पेमेंट एग्रीगेटर लाइसेंस एप्लीकेशन दाखिल किया है और इस पर मंजूरी का इंतजार कर रही है लेकिन इंडस्ट्री प्लेयर्स का मानना है कि कंपनी लाइसेंस का इंतजार करते हुए भी गेटवे ऑपरेट कर सकती है।
Phonepe की वेबसाइट पर आ गया है पेमेंट गेटवे का टैब
पेमेंट्स एग्जेक्यूटिव ने पेमेंट गेटवे के बारे में जानकारी दी कि कंपनी इस पर कुछ समय से काम कर रही है और करीब दो महीने पहले ही पेमेंट्स पार्टनर्स को पेमेंट गेटवे को लेकर बता दिया गया था। दिग्गज ई-कॉमर्स कंपनी वालमार्ट (Walmart) की यूपीआई आधारित सेवाएं देने वाली कंपनी फोनपे ने इसे लेकर फिलहाल कोई जवाब नहीं दिया है लेकिन इसकी वेबसाइट पर हाल ही में पेमेंट गेटवे के लिए एक टैब जुड़ा था।
खुद का पेमेंट ऐप होने पर घटेगी दूसरे गेटवे पर निर्भरता
अभी की बात करें तो फोनपे के जरिए दुकानदारों को एक इंटरफेस के जरिए ग्राहक भुगतान करते हैं जिसमें यूपीआई, क्रेडिट कार्ड और डेबिट कार्ड के जरिए पेमेंट प्रोसेस होता है। कंपनी का पेमेंट गेटवे आने के बाद इस पर न सिर्फ एक्सटर्नल मर्चेंट्स को पेमेंट कर सकेंगे बल्कि इसके जरिए कंपनी के इन-ऐप पेमेंट्स में भी मदद मिलेगी। यूपीआई के अलावा फोनपे की मदद से किराए और बिल भुगतान, टिकट खरीद और बीमा पॉलिसी खरीद सकते हैं।
फोनपे के एक एग्जेक्यूटिव ने जानकारी दी कि कंपनी के ऐप के जरिए सबसे अधिक भुगतान बिल और रेंट का होता है। कंपनी अभी अधिकतर पेमेंट्स के लिए एक्सटर्नल पेमेंट गेटवेज पर निर्भर है लेकिन जब इसका खुद का पेमेंट गेटवे हो जाएगा तो दूसरे गेटवे पर इसकी निर्भरता घट जाएगी। फोनपे लगातार अपने फीचर्स का विस्तार कर रही है और मनीकंट्रोल ने 3 अगस्त को जानकारी दी कंपनी ने स्पीकर डिवाइस लॉन्च किया था जिससे ऐप पर पेमेंट के ऐलान का अनाउंसमेंट होता है।