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Yes Bank NPA: सितंबर तिमाही के नतीजे में एनपीए बिक्री के दिखेंगे आंकड़े, अगले साल बैंक का रीस्ट्रक्चर स्कीम हो जाएगा पूरा

Yes Bank NPA: निजी सेक्टर के दिग्गज बैंक येस बैंक (Yes Bank) अपने एनपीए की बिक्री कर रहा है और अगली तिमाही के आंकड़ों में इसका असर दिखेगा

अपडेटेड Sep 28, 2022 पर 10:48 AM
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येस बैंक के एमडी और सीईओ ने यह भी जानकारी दी कि जेसी फ्लॉवर्स में 19.99 फीसदी के अधिग्रहण की योजना है जिसे नियामकों की मंजूरी मिलनी बाकी है।

Yes Bank NPA: निजी सेक्टर के दिग्गज बैंक येस बैंक (Yes Bank) अपने एनपीए की बिक्री कर रहा है और अगली तिमाही के आंकड़ों में इसका असर दिखेगा। बैंक के एमडी और सीईओ प्रशांत कुमार के मुताबिक नवंबर के आखिरी तक आंकड़ों में एनपीए की बिक्री दिखने लगेगी।

सीएनबीसी टीवी19 को दिए गए एक इंटरव्यू में प्रशांत ने 48 हजार करोड़ रुपये के एनपीए पोर्टफोलियो की बिक्री प्रोसेस के बारे में बातचीत की। इसकी बिक्री जेसी फ्लॉवर्स को 11183 करोड़ रुपये में होगी। प्रशांत ने इंटरव्यू में एनपीए बिक्री, डिशटीवी से जुड़े मामले और बैंक के रीस्ट्रक्चर जैसे मुद्दों पर बातचीत की।

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दूसरी तिमाही के नतीजे में दिखेंगे एनपीए बिक्री के आंकड़े

एनपीए की बिक्री का प्रोसेस कब तक पूरा होगा, इसे पूछे जाने पर उन्होंने बताया कि 60 दिनों में यानी कि नवंबर के आखिरी तक। हालांकि उन्होंने यह भी कहा कि एनपीए की बिक्री के आंकड़े चालू वित्त वर्ष 2022-23 की दूसरी तिमाही जुलाई-सितंबर के नतीजे में दिखने लगेंगे। येस बैंक के एमडी और सीईओ ने यह भी जानकारी दी कि जेसी फ्लॉवर्स में 19.99 फीसदी के अधिग्रहण की योजना है जिसे नियामकों की मंजूरी मिलनी बाकी है।

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Yes Bank की रीस्ट्रक्चर स्कीम मार्च 2023 तक होगी पूरी

गहरे वित्तीय संकट से जूझते समय येस बैंक ने जून 2020 में रीस्ट्रक्चर स्कीम शुरू किया था। यह स्कीम मार्च 2023 में पूरी होगी। येस बैंक के सीईओ प्रशांत कुमार ने कहा कि बैंक 13 मार्च 2023 को इस योजना से बाहर निकल जाएगा और योजना के तहत जिन शेयरों को 2020 में लॉक किया गया था, वे फ्री हो जाएंगे। इसका मतलब हुआ कि येस बैंक के सभी शेयरों की ट्रेडिंग सामान्य हो जाएगी।

लिक्विडिटी और Dish TV पर भी दिए जवाब

येस बैंक से सीईओ ने इस तिमाही को लेकर कहा है कि बैंकों को लिक्विडिटी की समस्या हो रही है जिसके चलते अधिक से अधिक डिपॉजिट लाने की कोशिश हो रही है और साथ-ही-साथ डिपॉजिट की लागत पर नियंत्रण जारी रखने की कोशिश भी की जा रही है।

प्रशांत कुमार ने डिश टीवी पर भी चर्चा की। उन्होंने कहा कि डिश टीवी एक वैल्यूएबल कंपनी है और एक बार कॉरपोरेट गवर्नेंस से जुड़े मसले हल हो जाते हैं तो इसकी रीयल वैल्यू सामने आएगी।

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