Raymond News: रेमंड के चेयरमैन और मैनेजिंग डायरेक्टर (MD) गौतम सिंघानिया की कुर्सी खतरे में है। अगले हफ्ते गुरुवार 27 जून को कंपनी की एजीएम (सालाना आम बैठक) है। इस बैठक में शेयरहोल्डर्स को गौतम सिंघानिया को फिर से चेयरमैन बनने के खिलाफ वोट देने का आग्रह किया गया है और यह आग्रह प्रॉक्सी एडवायजरी फर्म इंस्टीट्यूशनल इनवेस्टर एडवायजरी सर्विसेज (IiAS) ने की है। आईआईएएस ने सुझाव दिया है कि रेमंड के बोर्ड ऑफ डायरेक्टर्स को गौतम सिंघानिया और उनसे अलग रह रहीं पत्नी नवाज मोदी को तब तक बाहर करने का सुझाव दिया है, जब तक दोनों के तलाक की प्रक्रिया पूरी नहीं हो जाती है और स्वतंत्र जांच की रिपोर्ट नहीं आ जाती है। गौतम सिंघानिया 1 अप्रैल 1990 से रेमंड के बोर्ड में हैं।
गौतम सिंघानिया पर उनकी पत्नी नवाज मोदी ने घरेलू हिंसा का आरोप लगाया है। इसके अलावा उन्होंने यह भी आरोप लगाया है कि गौतम ने कंपनी के पैसों का अपनी व्यक्तिगत जरूरतों के लिए इस्तेमाल किया। इन आरोपों के बावजूद रेमंड का सुझाव है कि गौतम को बोर्ड में पांच साल के लिए और जगह देनी चाहिए।
इस कारण Raymond के शेयरहोल्डर्स से किया आग्रह
आईआईएएस का कहना है कि नवाज मोदी ने गौतम सिंघानिया पर जो आरोप लगाए हैं, उनकी कोई स्वतंत्र जांच हो रही है या नहीं, इसे लेकर कंपनी दिसंबर 2023 के अपने बयान के बाद से कोई अपडेट नहीं जारी किया है। अब ऐसे में यह शेयरहोल्डर्स पर ही कि वह प्रमोटर्स के आपसी झगड़े से कंपनी का बचाव करें। इसके अलावा आईआईएएस ने एक और गहरी चिंता जताई है कि कंपनी के कारोबार के हिसाब से सिंघानिया का पैकेज काफी अधिक है और यह इतना अधिक है कि इसकी तुलना बाकी कंपनियों से भी नहीं की जा सकती है।
प्रॉक्सी सर्विस का कहना है कि जुलाई 2024 से जून 2027 का रेम्यूनेरेशन स्ट्रक्चर रेगुलेटर के नियमों की तुलना में अधिक है। इस स्ट्रक्चर के मुताबिक वित्त वर्ष 2024 के मुनाफे के आधार पर रेम्यूनेरेशन करीब 35 करोड़ रुपये या 5 फीसदी होना चाहिए। वित्त वर्ष 2024 में सिंघानिया को करीब 20 करोड़ रुपये मिले जो कंपनी के एंप्लॉयी की मीडियन सैलरी से करीब 500 गुना अधिक है।
नवंबर 2023 में IiAS ने किया था यह आग्रह
पिछले साल 28 नवंबर 2023 को आईआईएएस ने रेमंड के स्वतंत्र निदेशकों से आग्रह किया था कि नवाज मोदी ने गौतम सिंघानिया पर जो आरोप लगाए हैं, उसकी जांच की जाए और जांच के दौरान दोनों पति-पत्नी को बोर्ड से अलग रखा जाए। नवाज मोदी ने गौतम सिंघानिया पर पर घरेलू हिंसा और कंपनी के फंड्स के गलत इस्तेमाल का आरोप लगाया है। आईआईएएस का कहना है कि एक बोर्ड सदस्य ने दूसरे के खिलाफ इतने गंभीर और घृणित आरोप लगाए, फिर भी चुप्पी है। निवेशक चिंतित है और पिछले कुछ दिनों में यह शेयरों की कीमतों में भारी गिरावट से दिख भी रहा है। आईआईएएस ने कहा कि इस चुप्पी को गलत समझा जा सकता है और यह संदेश नहीं जाना चाहिए कि आरोपों को बर्दाश्त किया जा रहा है।