सिंगापुर एयरलाइंस (SIA) और टाटा संस (Tata Sons) ने एयर इंडिया (Air India) और विस्तारा (Vistara) के विलय पर सहमति जता दी है। 29 नवंबर को इस विलय के बारे में आधिकारिक रिलीज जारी की गई। इस डील के तहत सिंगापुर एयरलाइंस Air India में 2058 करोड़ रुपए का निवेश करेगी। इस विलय के बाद सिंगापुर एयरलाइंस को Air India Group में 25.1% हिस्सेदारी मिलेगी। Air India की लगभग सभी मार्केट सेगमेंट में अच्छी हिस्सेदारी है। सिंगापुर एयरलाइंस और टाटा संस इस डील को मार्च 2024 तक पूरा करना चाहती है। हालांकि डील पूरा होना इस बात पर भी निर्भर करता है कि रेगुलेटर इसे कब मंजूरी देता है।
सिंगापुर एयरलाइंस और टाटा संस दोनों नई कंपनी में अतिरिक्त पूंजी डालने के लिए तैयार हैं। अगर जरूरत पड़ी तो ग्रोथ बढ़ाने के लिए फिस्कल ईयर 2022-2023 और फिस्कल ईयर 2023-24 में नया निवेश किया जाएगा।
हालांकि निवेश की रकम असल में कितनी होगी यह Air India के बिजनेस प्लान पर निर्भर करता है। कंपनी के बिजनेस प्लान और उसके फंडिंग के ऑप्शंस को देखने के बाद कंपनी निवेश करेगी। सिंगापुर एयरलाइंस अपने इंटर्नल कैश रिसोर्स के जरिए इसकी फंडिंग करेगी।
फिलहाल विस्तार में सिंगापुर एयरलाइंस की हिस्सेदारी 51% है। बाकी की 49% हिस्सेदारी टाटा संस के पास है। टाटा संस ने इस साल की शुरुआत में 18,000 करोड़ रुपए में भारत सरकार से एयर इंडिया का अधिग्रहण किया था।
इस डील से सिंगापुर एयरलाइंस को विस्तारा के मुकाबले 5 गुना बड़ी कंपनी में रणनीतिक हिस्सेदारी लेने का मौका मिला है। अक्टूबर 2022 की मार्केट रिपोर्ट के मुताबिक, टाटा ग्रुप की तीन एयरलाइंस-एयर इंडिया, विस्तारा और एयर एशिया इंडिया-इनको मिलाकर कुल मार्केट शेयर 25.9% है। पिछले कुछ महीनों में एयर इंडिया और विस्तारा नंबर 2 पोजीशन के लिए भिड़ रही हैं।
इस बीच एयर इंडिया पिछले महीने विस्तारा से 0.1% पीछे रह गई। अगर यात्रियों की संख्या के हिसाब से देखें तो यह अंतर 11,000 यात्रियों का था।