एस्सेल (Accel), प्रोसुस (Prosus), स्टेलरिस वेंचर पार्टनर्स (Stellaris Venture Partners) और वर्टेक्स वेंचर्स (Vertex Ventures) समेत कुछ वेंचर कैपिटल (VC) फर्म कम से कम छह एआई स्टार्टअप में निवेश कर सकती हैं। इसके लिए बातचीत काफी आगे तक बढ़ चुकी है। मनीकंट्रोल को सूत्रों ने बताया कि ये वीसी फर्म अब अपने एआई पोर्टफोलियो को मजबूत करने पर ध्यान लगा रही हैं। एक सूत्र ने तो कहा कि इस समय वीसी फर्म कम से कम एक दर्जन एआई डील्स पर और बात कर रही हैं। हर वीसी फर्म चाह रही है कि छोटा या बड़ा, उसके पोर्टफोलियो में एआई जरूर हो।
किन डील्स पर हो रही बातचीत?
एस्सेल एक एआई एस्ट्रोलॉजी स्टार्टअप वाया (Vaya) में 40-50 लाख डॉलर (35-45 करोड़ रुपये) और एआई से लैस हेल्थकेयर गाइडेंस कंपनी अगस्त एआई (August AI) में भी इतने निवेश के लिए बातचीत कर रही है। इसके अलावा प्रोसुस एआई-बेस्ड ऑटोमेटेड लर्निंग प्लेटफॉर्म अरिविहन (Arivihan) में 40-50 लाख डॉलर (35-45 करोड़ रुपये) और स्टेलरिस वेंचर पार्टनर्स भी पिवोट एआई (Pivot AI) में 50 लाख डॉलर (करीब 45 करोड़ रुपये) के निवेश के लिए बातचीत कर रही है। सिर्फ यही नहीं वीसी फर्म्स एआई कंपनियों में छोटे निवेश पर भी काम कर रही हैं। गोल्डेन स्पैरो वीसी जीपीयू रिसोर्सेज को मैनेज करने में मदद करने वाली एक सॉफ्टवेयर प्लेटफॉर्म होस्टेडएआई (HostedAI) में 4 लाख डॉलर (करीब 3.4 करोड़ रुपये) के निवेश के लिए बातचीत के आखिरी चरण में है।
AI पर तेजी से बढ़ रहा दांव
पिछले कुछ महीनों में एआई सौदे तेजी से बढ़े हैं। इस वर्ष की शुरुआत से कई एआई स्टार्टअप ने सैकड़ों करोड़ों डॉलर जुटाए हैं क्योंकि निवेशकों ने एआई लहर पर बड़ा दांव लगाया है। इस साल 2025 की शुरुआत में एआई से लैस प्रोडक्ट असिस्टेंट प्लेटफॉर्म बीकन.ली ने सोरिन इन्वेस्टमेंट्स से 70 लाख डॉलर (लगभग 60 करोड़ रुपये) हासिल किए। इसी प्रकार एआई-पावर्ड कस्टमर जर्नी मैनेजमेंट कंपनी MaxIQ ने डेल टेक्नोलॉजीज कैपिटल और इंटेल कैपिटल से 78 लाख डॉलर (लगभग 66 करोड़ रुपये) जुटाए।
एआई-ड्रिवेन फोटो एडिटिंग टूल मुहैया कराने वाली Phot.AI ने भी इस साल की शुरुआत में इंफोऐज वेंचर्स, टुगेदर फंड और एसी वेंचर्स से 27 लाख डॉलर (करीब 23 करोड़ रुपये) तो एआई-ड्रिवेन लेजर वेडिंग टेक्नोलॉजी कंपनी हारवेस्टेड रोबोटिक्स ने अराली वेंचर्स से 5 करोड़ रुपये जुटाए। कुछ हफ्ते पहले एस्सेल और टुगेदर फंड से हेल्थकेयर कंपनियों के लिए एआई-पावर्ड रेवेन्यू साइकिल मैनेजमेंट प्लेटफॉर्म रैपिडक्लेम्स ने 80 लाख डॉलर (करीब 52 करोड़ रुपये) जुटाए।