एडटेक यूनिकॉर्न वेदांतु (Vedantu) ने जुलाई महीने में अपने करीब 100 कर्मचारियों को नौकरी से निकाल दिया। Inc42 की एक रिपोर्ट के मुकाबिक, कंपनी ने बिजनेस रिस्ट्रक्चरिंग प्रोसेस के तहत इन कर्मचारियों की छंटनी की है। छंटनी में शामिल अधिकतर कर्मचारी सेल्स और ट्रेनिंग टीम के परमानेंट एंप्लॉयी थे। इन कर्मचारियों को दो महीने की एडंवास सैलरी देकर नौकरी से निकाला गया है।
Vedantu की तरफ से यह हालिया छंटनी अधिकतर कर्मचारियों के लिए हैरानी भरा था क्योंकि वे मानकर चल रहे थे कि कंपनी में अब कोई छंटनी नहीं होगी। दरअसल वेदांतु इससे पहले भी दो बार छंटनी कर चुकी है और यह पिछले तीन महीने में उसकी तरफ से की गई तीसरी छंटनी है।
रिपोर्ट के मुताबिक Vedantu ने निकाले गए कर्मचारियों को बताया कि छंटनी एक ऑर्गनाइजेशनल रिस्ट्रक्चर प्रक्रिया का हिस्सा थी। खबर लिखे जाने तक वेदांतु की इस मामले में कोई प्रतिक्रिया नहीं आई थी।
Vedantu ने इससे पहले मई में 200 कर्मचारियों को नौकरी से निकाला था। वेदांतु ने बाद में बताया कि उसने लागत घटाने की कोशिश के तहत अपने 120 कॉन्ट्रैक्ट वाले कर्मचारियों और 80 परमानेंट कर्मचारियों की छंटनी करनी पड़ी।
Vedantu के कोफाउंडर और सीईओ वामसी कृष्णा ने इसके कुछ दिनों बाद एक सोशल मीडिया पोस्ट में कंपनी के 424 और कर्मचारियों के छंटनी की जानकारी दी। यह वेदांतु के कुल कर्मचारियों की संख्या का 7 फीसदी था। इस तरह वेंदातु साल 2022 में अब तक करीब 724 कर्मचारियों की छंटनी कर चुकी है।
वेदांतु को साल 2011 में वामसी कृष्णा, आनंद प्रकाश और पुलकित जैन ने मिलकर शुरू किया था। यह एक यूनिकॉर्न है। यूनकॉर्न उन स्टार्टअप को कहते हैं जिनकी मार्केट वैल्यूएशन 1 अरब डॉलर से अधिक हो जाती है। वेदांतु केजी से 12वीं कक्षा तक के बच्चों, IIT-JEE और NEET के छात्रों को ऑनलाइन ट्यूशन मुहैया कराती है।