टैक्स टिपार्टमेंट फर्स्टक्राई (FirstCry) समेत तीन यूनिकॉर्न के फाउंडर पर टैक्स चोरी का मामले की जांच कर रही है। न्यूज एजेंसी ब्लूमबर्ग को सूत्रों के हवाले से यह जानकारी मिली है। जानकारी के मुताबिक तीन दिग्गज यूनिकॉर्न FirstCry.com, Globalbees Brands Ltd. और Xpressbees के फाउंडर के खिलाफ टैक्स चोरी के मामले की जांच चल रही है। इनकम टैक्स डिपार्टमेंट ने फाउंडर सुपम माहेश्वरी से इसका जवाब मांगा है कि फर्स्टक्राई के जो शेयर उनके खुद के पास हैं, उससे जुड़े लेन-देन को लेकर उन्होंने 5 करोड़ डॉलर से अधिक का टैक्स क्यों नहीं भरा है।
सिर्फ फाउंडर ही नहीं, निवेशकों से भी पूछताछ
यूनिकॉर्न के फाउंडर के अलावा डिपार्टमेंट ने फर्स्टक्राई के कम से कम छह निवेशक भी इस जांच के जद में आए हैं, इसमें प्राइवेट इक्विटी फर्म क्रिसकैपिटल मैनेजमेंट और सुनील भारती मित्तल की फैमिली ऑफिस भी शामिल हैं। जानकारी के मुताबिक सुपम इस मामले के सेटलमेंट किए टैक्स अधिकारियों से बातचीत कर रहे हैं।
FirstCry वित्त वर्ष 2021 में आई थी मुनाफे में
फर्स्टक्राई के बिजनेस की बात करें तो यह नवजात, बेबी और किड्स प्रोडक्ट्स के मामले में देश की सबसे बड़ी कंपनी है। कई साल तक घाटे के बाद फर्स्टक्राई पहली बार वित्त वर्ष 2021 में मुनाफे में आई। यह देश के उन कुछ स्टार्टअप में शुमार है जो ऑपरेशनल लेवल पर मुनाफे में आने के बाद आईपीओ मार्केट में आने की तैयारी में है। इसमें महिंद्रा रिटेल की 12-13 फीसदी और अजीज प्रेमजी की कंपनी प्रेमजी इनवेस्ट की 9-11 फीसदी हिस्सेदारी है।
कुछ समय पहले एक जानकारी सामने आई थी कि सॉफ्टबैंक के निवेश वाली फर्स्टक्राई में तीन फैमिली इनवेस्टेंट ऑफिसेज ने इसमें 435 करोड़ रुपये का निवेश किया। एक मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक रंजन पई की एमईएमजी फैमिली ऑफिस, हर्ष मरीवाला की शॉर्प वेंचर्स और हेमेंद्र कोठारी की डीएसपी फैमिली ऑफिस ने यह हिस्सेदारी सॉफ्टबैंक से खरीदी है। जानकारी के मुताबिक 14 अगस्त को पई ने 250 करोड़ रुपये निवेश में दिए थे। सॉफ्टबैंक की इसमें 29 फीसदी हिस्सेदारी थी जिसे उसने 1.5-2 फीसदी कम किया है।