देश में सरकार से मान्यता प्राप्त स्टार्टअप्स (Startups) की संख्या बढ़कर 1 लाख के आंकड़े को पार कर गई है। यह बात कॉमर्स और इंडस्ट्री मंत्री पीयूष गोयल (Piyush Goyal) ने कही है। सरकार से मान्यता प्राप्त स्टार्टअप्स की संख्या साल 2016 में केवल 450 थी। इस लिहाज से वर्तमान का आंकड़ा वास्तव में महत्वपूर्ण हो जाता है। गोयल ने नई दिल्ली में एक कार्यक्रम के दौरान उद्यमियों को संबोधित करते हुए यह जानकारी दी। साथ ही भरोसा जताया कि 2047 तक भारत की अर्थव्यवस्था में तेजी से वृद्धि होगी। उन्होंने भारत में कारोबारी सुगमता, व्यवसाय शुरू करने और संचालित करने को आसान बनाने के लिए सरकार की प्रतिबद्धता को भी रेखांकित किया।
बता दें कि वित्त वर्ष 2023-24 की पहली तिमाही अप्रैल-जून में भारत की GDP (ग्रॉस डॉमेस्टिक प्रॉडक्ट्स) 7.8 प्रतिशत बढ़ी। वित्त वर्ष 2022-23 की जनवरी-मार्च तिमाही में GDP 6.1 प्रतिशत और पूरे वित्त वर्ष 2022-23 के दौरान 7.2 प्रतिशत बढ़ी। इस तेजी के आगे भी जारी रहने की मजबूत संभावनाएं जताई जा रही हैं।
अप्रैल 2023 में 92000 थी संख्या
अप्रैल 2023 में डेटा सामने आया था कि स्टार्टअप इंडिया (Startup India) के लॉन्च होने के बाद से फरवरी 2023 तक 92000 से ज्यादा एंटिटीज को स्टार्टअप्स के तौर पर मान्यता मिली। सरकार ने 16 जनवरी 2016 को स्टार्टअप इंडिया पहल को लॉन्च किया था। इसे देश के स्टार्टअप इकोसिस्टम में इनोवेशन, स्टार्टअप्स को बढ़ावा देने और प्राइवेट इन्वेस्टमेंट को प्रोत्साहित करने के लिए एक मजबूत इकोसिस्टम बनाने के इरादे से शुरू किया गया था। DPIIT (Department for Promotion of Industry and Internal Trade) के आंकड़ों के मुताबिक, स्टार्टअप्स के तौर पर मान्यता प्राप्त एंटिटीज की संख्या साल 2018 में 8635, 2019 में 11279, 2020 में 14498, 2021 में 20046 और 2022 में 26542 रही। DPIIT की ओर से स्टार्टअप इंडिया पहल के तहत एंटिटीज को स्टार्टअप के रूप में मान्यता दी जाती है। स्टार्टअप इंडिया पहल की शुरुआत के बाद से, DPIIT ने 28 फरवरी 2023 तक 92,683 एंटिटीज को स्टार्टअप के रूप में मान्यता दी।
शुरू होगा BRICS Startup Forum
इस साल अगस्त में पीयूष गोयल ने ऐलान किया था कि भारत साल 2023 में ब्रिक्स स्टार्टअप फोरम (BRICS Startup Forum) की शुरुआत करेगा। यह इन्वेस्टर्स, इनक्यूबेटर्स और एंटरप्रेन्योर्स के बीच बेस्ट प्रैक्टिस और आपसी सहयोग को बढ़ावा देने के लिए होगा। ब्रिक्स के सदस्यों में ब्राजील, रूस, भारत, चीन और दक्षिण अफ्रीका शामिल हैं।