इक्विटी से अगस्त में आया 42.7% ज्यादा फंड, डेट इश्यूएंस ने किया निराश

सिलेक्टेड सेक्टोरल इंडीसेज में से केवल कुछ ने ही जुलाई की तुलना में अगस्त के अंत में सकारात्मक रिटर्न दर्शाया। इक्विटी डेरिवेटिव्स सेगमेंट में, BSE पर अनुमानित कारोबार जुलाई के 91 लाख करोड़ रुपये से दोगुना होकर अगस्त में 232 लाख करोड़ रुपये हो गया। NSE पर अनुमानित कारोबार अगस्त में 4.9 प्रतिशत बढ़कर 6,676 लाख करोड़ रुपये हो गया

अपडेटेड Sep 24, 2023 पर 8:47 AM
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IPOs के माध्यम से जुटाई गई धनराशि माह दर माह आधार पर लगभग 42 प्रतिशत बढ़कर 5,124 करोड़ रुपये हो गई

अगस्त 2023 में इक्विटी जारी करने के माध्यम से जुटाए गए फंड्स में माह दर माह आधार पर 42.7 प्रतिशत की वृद्धि हुई। वहीं डेट इश्यूएंस के माध्यम से जुटाए गए फंड्स में इसी अवधि में 10 प्रतिशत की गिरावट आई। सिक्योरिटीज एंड एक्सचेंज बोर्ड ऑफ इंडिया (सेबी) के अनुसार, इक्विटी इश्यूएंस से अगस्त 2023 में 15,698 करोड़ रुपये जुटाए गए, जबकि जुलाई 2023 में 11,000 रुपये जुटाए गए थे। वहीं डेट इश्यूएंस से अगस्त में 48,836 करोड़ रुपये जुटाए गए, जबकि जुलाई में 54,269 करोड़ रुपये जुटाए गए थे। सेबी के बयान के मुताबिक, IPOs के माध्यम से जुटाई गई धनराशि माह दर माह आधार पर लगभग 42 प्रतिशत बढ़कर 5,124 करोड़ रुपये हो गई, जो जुलाई माह में 3,610 करोड़ रुपये थी।

मेनबोर्ड IPOs से जुटाई गई धनराशि मासिक आधार पर 46.3 प्रतिशत बढ़कर अगस्त में 4,646 करोड़ रुपये हो गई, जो जुलाई में 3,175 करोड़ रुपये थी। SME प्लेटफॉर्म के माध्यम से जुटाई गई धनराशि अगस्त में लगभग 10 प्रतिशत बढ़ी और 478 करोड़ रुपये हो गई। जुलाई 2023 में यह आंकड़ा 435 करोड़ रुपये था।

Nifty और Sensex 2.5% टूटे


सेकेंडरी मार्केट्स की बात करें तो अगस्त में निफ्टी और सेंसेक्स में मासिक आधार पर 2.5 प्रतिशत की गिरावट आई है। वहीं NSE और BSE के मार्केट कैप में क्रमशः 0.8 प्रतिशत और 1.0 प्रतिशत की मामूली वृद्धि हुई। जुलाई की तुलना में अगस्त माह में S&P BSE Sensex के एवरेज P/E रेशियो घटकर 23.9 और Nifty50 के एवरेज P/E रेशियो घटकर 22.4 हो गए।

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सेक्टोरल इंडेक्स की कैसी रही चाल

सिलेक्टेड सेक्टोरल इंडीसेज में से केवल कुछ ने ही जुलाई की तुलना में अगस्त के अंत में सकारात्मक रिटर्न दर्शाया। BSE कंज्यूमर ड्यूरेबल्स (4.2 प्रतिशत) ने सबसे ज्यादा रिटर्न दर्ज किया, उसके बाद Nifty IT (4.1 प्रतिशत), BSE Teck (2.7 प्रतिशत) और BSE Capital Goods (2.7 प्रतिशत) का स्थान रहा।सबसे कम रिटर्न BSE Oil (-5.0 प्रतिशत) द्वारा दर्ज किया गया, इसके बाद निफ्टी एनर्जी (-4.2 प्रतिशत), निफ्टी बैंक (-3.6 प्रतिशत) और Nifty PSU (-3.3 प्रतिशत) का स्थान रहा। सिलेक्टेड सेक्टोरल इंडीसेज में, Nifty PSU सबसे अधिक अस्थिर सूचकांक था। इक्विटी डेरिवेटिव्स सेगमेंट में, BSE पर अनुमानित कारोबार जुलाई के 91 लाख करोड़ रुपये से दोगुना होकर अगस्त में 232 लाख करोड़ रुपये हो गया। NSE पर अनुमानित कारोबार अगस्त में 4.9 प्रतिशत बढ़कर 6,676 लाख करोड़ रुपये हो गया।

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