जोमैटो (Zomato) की पैरेंट कंपनी एटर्नल (Eternal) के सीईओ दीपिंदर गोयल की एलएटी ऐरोस्पेस (LAT Aerospace) ने एक बॉम्बार्डियर ग्लोबल जेट खरीदा है। मनीकंट्रोल को यह जानकारी सूत्रों के हवाले से मिली है। हालांकि जहाज के सटीक मॉडल, रजिस्ट्रेशन और आज के उड़ान की वजह के बारे में जानकारी नहीं मिल सकी है। बॉम्बार्डियर ग्लोबल सीरीज के विमान पिछले महीने जून 2025 से ही दिल्ली एयरपोर्ट के वीआई बे में हैं और इसके आज यानी 16 जुलाई को उड़ान भरने की संभावना है। इस जहाज की ग्राउंड हैंडलिंग और इंजीनियरिंग का काम इंडामर एमजेट्स एयरपोर्ट सर्विसेज (Indamer MJets Airport Services) और बर्ड एक्जेक्युट एयरपोर्ट सर्विसेज (Bird Execujet Airport Services) देख रही है।
Bombardier Global के बारे में
बॉम्बार्डियर ग्लोबल 8000 कै-बैंड इंटरनेट हार्डवेयर से लैस होता है ताकि इन-फ्लाइट वाई-फाई सपोर्ट मिले। इसकी कीमत $7.8 करोड़ (₹669 करोड़) है। नए बॉम्बार्डियर ग्लोबल 6500 की कीमत आमतौर पर $5.6 करोड़ (₹480 करोड़) के आसपास होती है। हालांकि पुराने ग्लोबल 6500 की कीमत $3.0-$4.5 करोड़ (₹257-₹386 करोड़) की हो सकती है जोकि जहाज की स्थिति और मेंटेनेंस हिस्ट्री पर निर्भर करती है।
प्राइवेट जेट के लिए क्या हैं भारत में नियम?
भारत में प्राइवेट जेट के मालिकाना हक से जुड़े कानून की बात करें तो इंडिविजुअल्स को एक भारतीय कॉरपोरेट कंपनी को रजिस्टर करना होता है और एक डायरेक्टोरेट जनरल ऑफ सिविल एविएशन (DGCA) से नॉन-शेड्यूल ऑपरेटर परमिट (NSOP) लेना होता है। इसके लिए फॉर्म CA-28 भरना होता है और कस्टम क्लियरेंस सर्टिफिकेट, स्वामित्व के प्रमाण, और लीज एग्रीमेंट (यदि लागू हो) जमा करने होते हैं। रजिस्ट्रेशन प्रोसेस के तहत लीज एग्रीमेंट की नोटरी कॉपी जमा करना होता है और यह सुनिश्चित करना होता है कि भारतीय एविशन से जुड़े नियमों का पालन हो रहा है। खास बात ये है कि व्यक्तिगत इस्तेमाल के लिए जहाज यानी प्राइवेट जेट पर 28% की दर से इंटीग्रेटेड जीएसटी लगती है तो कॉमर्शियल प्राइवेट जेट पर सिर्फ 5% आईजीएसटी लगती है।
कई कंपनियों ने खरीदे हैं प्राइवेट जेट
इंडस्ट्री एग्जीक्यूटिव्स के मुताबिक वर्ष 2207 में देश में 40 एनएसओपी थे लेकिन जैसे-जैसे इकॉनमी का विस्तार हुआ, कई कंपनियों ने निजी विमान खरीदे। इसके चलते वर्ष 2013 में एनएसओपी की संख्या 139 पर पहुंच गई जिसमें से करीब 80% तो सिंगल एयरक्राफ्ट ऑपरेटर्स थे। बढ़ती लागत और सुस्त ग्रोथ के चलते कुछ विमान वापस किए गए, जिससे NSOP की संख्या घटकर 110 रह गई। 10 जून 2024 तक DGCA की सूची में 114 नॉन-शेड्यूल ऑपरेटर हैं।
जून में लॉन्च हुई थी LAT Aerospace
अब एलएटी ऐरोस्पेस की बात करें तो एविएशन स्टार्टअप एलएटी ऐरोस्पेस की को-फाउंडर Surobhi Das के लिंक्डइन पोस्ट के मुताबिक दीपिंदर गोयल ने इसे पिछले महीने जून में शुरू किया था। यह स्टार्टअप करीब $5.0 करोड़ जुटा चुका है, जिसमें से $2.0 करोड़ तो दीपिंदर गोयल का निवेश है। कंपनी ने ऐरोस्पेस इंजीनियर्स, सिस्टम डिजाइनर्स और एविएशन को लेकर उत्साहित लोगों को नियुक्त करने की योजना भी बनाई है। दास के लिंक्डइन पोस्ट के मुताबिक जोमैटो पर काम करते हुए और फ्लाइट में सवार होकर वह और गोयल बार-बार एक ही सवाल करते थे कि आखिर मेट्रो शहरों के बाहर हवाई यात्रा यानी रीजनल फ्लाइट इतनी महंगी क्यों है और अधिकतर अधिकतर जगहों पर क्यों है ही नहीं। दास ने पिछले महीने अपनी लिंक्डइन पोस्ट में लिखा था कि देश में इस समय 450 से अधिक एयरस्ट्रिप हैं लेकिन सिर्फ 150 से ही कॉमर्शियल फ्लाइट होती हैं।