टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज (TCS) की ऑर्डर बुक अप्रैल-जून 2025 तिमाही में सालाना आधार पर 13.25 प्रतिशत बढ़ी। तिमाही के दौरान कंपनी ने 9.4 अरब डॉलर की टोटल कॉन्ट्रैक्ट वैल्यू (TCV) दर्ज की। यह बाजार के अनुमान से ज्यादा है। एनालिस्ट्स ने उम्मीद जताई थी कि जून तिमाही के लिए TCS के डील्स 8-9 अरब डॉलर की रही होंगी। कंपनी ने बताया है कि जून 2025 तिमाही के लिए दर्ज किया गया TCV, जनवरी-मार्च 2025 तिमाही की तुलना में लगभग 23 प्रतिशत कम रही।
कंपनी ने बैंकिंग, फाइनेंशियल सर्विसेज और इंश्योरेंस (BFSI) और एनर्जी, रिसोर्सेज एंड यूटिलिटीज, टेक्नोलॉजी एंड सर्विसेज वर्टिकल्स में कॉन्स्टैंट करेंसी में साल-दर-साल आधार पर पॉजिटिव ग्रोथ देखी। दूसरी ओर मैन्युफैक्चरिंग, लाइफ साइंसेज, हेल्थकेयर और कंज्यूमर बिजनेस सहित बाकी वर्टिकल्स में गिरावट दर्ज की।
TCS के सीईओ और मैनेजिंग डायरेक्टर के. कृतिवासन ने कहा कि ग्लोबल मैक्रो-इकोनॉमिक और भू-राजनीतिक अनिश्चितताओं के लगातार बने रहने से मांग में कमी आई। पॉजिटिव साइड यह है कि सभी नई सर्विसेज में अच्छी ग्रोथ हुई। जून तिमाही के दौरान हमने कई सौदे पूरे होते देखे।
TCS ने जून तिमाही में जो डील हासिल कीं, उनमें श्नाइडर इलेक्ट्रिक, मैराथन डे पेरिस के साथ AI, डेटा एनालिटिक्स और डिजिटल इनोवेशन-बेस्ड डील शामिल हैं। अन्य समझौतों में 4जी मोबाइल नेटवर्क की इंजीनियरिंग, टेस्टिंग, मेंटेनेंस के लिए BSNL के साथ डील का विस्तार, ICICI सिक्योरिटीज और ओमान की धोफर इंश्योरेंस के साथ प्लेटफॉर्म आधुनिकीकरण के सौदे; वर्जिन अटलांटिक के साथ डिजिटल ट्रांसफॉरमेशन डील शामिल हैं।
अप्रैल-जून 2025 तिमाही के दौरान TCS के शेयरहोल्डर्स के लिए कंसोलिडेटेड बेसिस पर शुद्ध मुनाफा सालाना आधार पर 6 प्रतिशत बढ़कर 12760 करोड़ रुपये दर्ज किया गया। एक साल पहले मुनाफा 12040 करोड़ रुपये रहा था। कंपनी के लिए मुनाफा 12819 करोड़ रुपये रहा, जो जून 2024 तिमाही में 12105 करोड़ रुपये था। ऑपरेशंस से कंसोलिडेटेड बेसिस पर रेवेन्यू सालाना आधार पर 1.31 प्रतिशत बढ़कर 63437 करोड़ रुपये हो गया। एक साल पहले रेवेन्यू 62613 करोड़ रुपये था।