टाटा इलेक्ट्रॉनिक्स प्राइवेट लिमिटेड (TEPL) ने पेगाट्रॉन टेक्नोलॉजी इंडिया प्राइवेट लिमिटेड (PTI) में 60% कंट्रोलिंग स्टेक खरीद लिया है। कॉन्ट्रैक्ट मैन्युफैक्चरर पेगाट्रॉन इंडिया, ताइवानी कंपनी पेगाट्रॉन कॉरपोरेशन की सहायक कंपनी है। यह एप्पल जैसी विश्व की दिग्गज कंपनियों को इलेक्ट्रॉनिक्स मैन्युफैक्चरिंग सर्विसेज (EMS) उपलब्ध कराती है। साथ ही उत्तरी अमेरिका, एशिया और यूरोप में प्रोडक्ट्स को एक्सपोर्ट करती है।
टाटा इलेक्ट्रॉनिक्स का कहना है कि ताजा सौदे के हिस्से के रूप में पेगाट्रॉन टेक्नोलॉजी इंडिया और टाटा इलेक्ट्रॉनिक्स दोनों अपनी टीमों को इंटीग्रेट करने पर भी काम करेंगे। पेगाट्रॉन टेक्नोलॉजी इंडिया हाई क्वालिटी वाली इलेक्ट्रॉनिक्स मैन्युफैक्चरिंग सर्विसेज देना जारी रखेगी। साथ ही रीब्रांडिंग से गुजरेगी। यह अधिग्रहण भारत के इलेक्ट्रॉनिक्स मैन्युफैक्चरिंग सेक्टर में एक प्रमुख खिलाड़ी के रूप में TEPL की पोजिशन मजबूत करता है।
टाटा इलेक्ट्रॉनिक्स के सीईओ और एमडी रणधीर ठाकुर ने कहा, "पेगाट्रॉन टेक्नोलॉजी इंडिया प्राइवेट लिमिटेड में मेजॉरिटी हिस्सेदारी की खरीद, मैन्युफैक्चरिंग सेक्टर में टाटा इलेक्ट्रॉनिक्स की पैठ बढ़ाने की रणनीति के अनुरूप है। हम AI, डिजिटल और टेक्नोलॉजी-बेस्ड मैन्युफैक्चरिंग के एक नए युग की आशा करते हैं।"
टाटा संस की सहायक कंपनी है TEPL
TEPL, टाटा संस के पूर्ण मालिकाना हक वाली सहायक कंपनी है। TEPL के पास हाई प्रिसीजन कंपोनेंट्स बनाने में विशेषज्ञता है। TEPL, टाटा इलेक्ट्रॉनिक्स सिस्टम्स सॉल्यूशंस के माध्यम से स्मार्टफोन के लिए EMS सर्विसेज देती है। टाटा इलेक्ट्रॉनिक्स सिस्टम्स सॉल्यूशंस का पुराना नाम विस्ट्रॉन इन्फोकॉम मैन्युफैक्चरिंग (इंडिया) था। इससे पहले टाटा इलेक्ट्रॉनिक्स ने मार्च 2024 में विस्ट्रॉन के भारतीय कारोबार को खरीद लिया था। टाटा इलेक्ट्रॉनिक्स ने नवंबर 2023 में बेंगलुरु में ताइवान की कंपनी विस्ट्रॉन की iPhone यूनिट को 12.5 करोड़ डॉलर में खरीदा था।