टाटा ग्रुप (Tata Group) चीन की स्मार्टफोन कंपनी वीवो (Vivo) की भारतीय इकाई वीवो इंडिया में मेजॉरिटी स्टेक खरीद सकता है। इसके लिए बातचीत जारी है। मैन्युफैक्चरिंग और डिस्ट्रीब्यूशन समेत संचालन में घरेलू कंपनियों को शामिल करने के लिए भारत सरकार के दबाव के बाद वीवो, लोकल पार्टनर्स तलाश रही है। एक सूत्र ने मनीकंट्रोल को बताया, "वीवो और टाटा ग्रुप के बीच बातचीत एडवांस स्टेज में पहुंच गई है, वैल्यूएशंस को लेकर चर्चा शुरू हो गई है। वीवो, टाटा की ओर से ऑफर की जा रही वैल्यूएशन से अधिक की मांग कर रही है। टाटा ग्रुप की इस सौदे में रुचि है, लेकिन अभी तक कुछ भी फाइनल नहीं हुआ है।"
भारत सरकार चाहती है कि भारतीय भागीदार के पास वीवो के साथ संभावित जॉइंट वेंचर में कम से कम 51 प्रतिशत की हिस्सेदारी हो। सरकार यह भी चाहती है कि जॉइंट वेंचर में लोकल लीडरशिप और लोकल डिस्ट्रीब्यूशन हो। उद्योग के अधिकारियों का कहना है कि इससे यह सुनिश्चित होगा कि घरेलू कंपनियां और अधिकारी देश की मोबाइल फोन इंडस्ट्री पर महत्वपूर्ण प्रभाव डालेंगे, जिस पर बड़े पैमाने पर चीनी हैंडसेट ब्रांड्स का वर्चस्व है।
ग्रेटर नोएडा की फैक्ट्री को भगवती प्रोडक्ट्स ने किया टेकआवेर
ग्रेटर नोएडा में वीवो की मैन्युफैक्चरिंग फैक्ट्री को भगवती प्रोडक्ट्स (माइक्रोमैक्स) ने टेक ओवर कर लिया है। कर्मचारियों की भर्ती शुरू हो गई है और जल्द ही यह हुआकिन के साथ अपने ओरिजिनल डिजाइन मैन्युफैक्चरिंग जॉइंट वेंचर के माध्यम से वीवो के लिए स्मार्टफोन का उत्पादन शुरू कर देगी। सूत्रों ने कहा कि भगवती और हुआकिन के बीच यह जॉइंट वेंचर, भारत सरकार से मंजूरी का इंतजार कर रहा है।
हुआकिन टेक्नोलॉजी मोबाइल, टैबलेट और लैपटॉप के लिए दुनिया की सबसे बड़ी ओरिजिनल डिजाइन मैन्युफैक्चरर (ODM) है। एक अन्य सूत्र का कहना है कि वीवो की यह फैक्ट्री वर्ल्ड ट्रेड सेंटर, टेकजोन आईटी पार्क में लीज पर थी, जिसे अब भगवती को ट्रांसफर कर दिया गया है। वीवो ने अपने मैन्युफैक्चरिंग ऑपरेशंस को ग्रेटर नोएडा में नए 170 एकड़ के कारखाने में ट्रांसफर कर दिया है, जो आने वाले दिनों में पूरी तरह से चालू हो जाएगा।