दुनिया के दूसरे सबसे अमीर व्यक्ति और ट्विटर (Twitter) के नए मालिक एलॉन मस्क (Elon Musk) ने माइक्रोब्लॉगिंग साइट पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) को फॉलो करना शुरू कर दिया है। पीएम मोदी के ट्विटर पर 8.78 करोड़ फॉलोवर हैं जिससे वह दुनिया के सबसे अधिक फॉलो किए जाने वाले वैश्विक नेताओं में से एक हैं। टेस्ला और स्पेसएक्स के संस्थापक (Founder of Tesla and SpaceX) मस्क ट्विटर पर 193 लोगों को फॉलो करते हैं और खुद उन्हें 13.4 करोड़ से अधिक लोग फॉलो करते हैं।
यह घटनाक्रम इन अटकलों के बीच हुआ है कि मस्क की टेस्ला कंपनी भारत आ रही है। Elon Musk द्वारा पीएम मोदी को ट्विटर पर फॉलो करने के बाद से ही सोशल मीडिया पर लोग सवाल पूछे रहे हैं कि क्या Tesla भारत आने वाली है? मस्क अभी जिन नेताओं को फॉलो करते हैं उनमें पूर्व अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा, ब्रिटेन के प्रधानमंत्री ऋषि सुनक और फ्रांस के राष्ट्रपति एमैनुअल मैक्रों शामिल हैं।
Tesla की भारत में एंट्री पर कहां अटका है पेंच?
यह पहली बार नहीं है जब टेस्ला के इंडियन EV मार्केट में एंट्री करने या भारत में प्रोडक्शन लाइन स्थापित करने वाली मस्क की कंपनी के कयास लगाए गए हैं। रिपोर्ट में कहा गया है कि दुनिया के दूसरे सबसे अमीर व्यक्ति एलॉन मस्क कुछ साल पहले इंडियन EV मार्केट में एंट्री करने के इच्छुक थे, लेकिन इसके लिए वह कुछ टैक्स छूट चाहते थे। लेकिन भारत सरकार ने इंपोर्ट टैक्स और ड्यूटी पर रियायत देने से इनकार कर दिया, जो कि टेस्ला को चीन से EV के लिए पार्ट्स की खरीद पर खर्च करना होगा।
टेस्ला दुनिया की सबसे बड़ी EV (Electric Vehicle) निर्माता कंपनी है। टेस्ला की कारें अपने फीचर्स और डिजाइन के लिए मशहूर हैं। टेस्ला के इलेक्ट्रिक व्हीकल्स फिलहाल तीन देशों में तैयार किए जाते हैं, इनमें अमेरिका चीन और जर्मनी शामिल है। टेस्ला के भारत आने की खबरें काफी समय से आ रही हैं, लेकिन मस्क और मोदी सरकार के बीच बात ज्यादा आगे नहीं बढ़ सकी। मस्क जिस कंडीशन पर भारत में एंट्री चाहते हैं, मोदी सरकार उसके लिए तैयार नहीं है। भारत सरकार ने टेस्ला प्रमुख के सामने जो शर्तें रखी हैं, उसे मस्क नहीं मानना चाहते। इस वजह से मामला अटका हुआ है।
पिछले साल मई में केंद्रीय सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी ने कहा था कि अगर एलन मस्क भारत आते हैं और यहां टेस्ला कार बनाते हैं तो कंपनी को भी फायदा होगा. गडकरी ने दोहराया था कि अगर वह देश में आकर वाहनों को बेचना चाहते हैं मस्क को अपनी टेस्ला कारों का निर्माण भारत में करना होगा, न कि चीन में। हालांकि, मस्क इस बात पर अड़े थे कि वे पहले टेस्ला की कारों को प्रीमियम पर पेश कर भारतीय मार्केट का परीक्षण करेंगे और उसके बाद ही वह प्लांट लगाने के बारे में सोचेंगे। भारत ने तब टेस्ला के संस्थापक की मांगों पर विचार करने से इनकार कर दिया था।
कंपनी लंबे समय से भारत में इलेक्ट्रिक वाहनों पर आयात शुल्क कम करने की मांग कर रही है। मस्क भारत सरकार पर ऑटोमोबाइल पर टैरिफ दरों को घटाकर 40 प्रतिशत करने के लिए दबाव डाल रहे हैं। लेकिन भारत ने कार निर्माता को स्थानीय स्तर पर वाहनों का उत्पादन करने के लिए प्रोत्साहित करने के बजाय टैक्स छूट प्रदान करने से इनकार कर दिया है। अब Elon Musk द्वारा पीएम मोदी को ट्विटर पर फॉलो करने के बाद से ऐसे कयास लगाए जा रहे हैं कि Tesla जल्द ही भारत में एंट्री कर सकती है।