जापान की इलेक्ट्रॉनिक प्रोडक्ट्स बनाने वाली कंपनी तोशिबा ने बड़े पैमाने पर छंटनी का ऐलान किया है। कंपनी ने आज 16 मई को कहा कि वह घरेलू स्तर पर कर्मचारियों की संख्या में 4000 तक की कटौती करेगी। दिसंबर में तोशिबा को प्राइवेट इक्विटी फर्म जापान इंडस्ट्रियल पार्टनर्स (JIP) के नेतृत्व वाले एक कंसोर्टियम ने खरीद लिया था। 13 अरब डॉलर की इस डील के बाद तोशिबा को शेयर बाजार से डीलिस्ट कर दिया गया। अब कंपनी के नए मालिक ने अब छंटनी का निर्णय लिया है। कंपनी अपने रिस्ट्रक्चरिंग प्रोग्राम के तहत छंटनी की योजना बना रही है, ताकि कंपनी के कामकाज को पटरी पर लाया जा सके।
तोशिबा ने कहा कि वह टोक्यो के मध्य से राजधानी के पश्चिम में स्थित कावासाकी में अपने ऑफिस को शिफ्ट करेगी। कंपनी ने तीन सालों में 10 फीसदी के ऑपरेटिंग प्रॉफिट मार्जिन हासिल करने का लक्ष्य रखा है। हाल के महीनों में कई कंपनियों ने नौकरी में कटौती की घोषणा की है, जिसमें फोटोकॉपियर निर्माता कोनिका मिनोल्टा (Konica Minolta), कॉस्मेटिक्स फर्म Shiseido और इलेक्ट्रॉनिक्स फर्म Omron शामिल हैं।
Toshiba की कैसी है वित्तीय सेहत
तोशिबा अपने एनर्जी, इंफ्रा, डिवाइसेज और आईटी बिजनेस को मुख्यालय में करने की स्ट्रैटेजी के तहत छंटनी की योजना बना रही है। इसके वित्तीय सेहत की बात करें तो पिछले साल दिसंबर में टोक्यो स्टॉक एक्सचेंज से डीलिस्ट होने के बाद से यह अपनी वित्तीय स्थिति को स्थिर करने के दबाव से जूझ रही है। अधिग्रहण की प्रक्रिया के दौरान इसने जो भारी-भरकम कर्ज लिए थे, उसे चुकाने के लिए कंपनी जूझ रही है। जापान इंडस्ट्रियल पार्टनर्स (JIP) की अगुवाई में एक कंसोर्टियम ने इसके सारे शेयर खरीद लिए थे जिसके बाद यह डीलिस्ट हुई थी। 2.4 लाख करोड़ येन (1.30 लाख करोड़ रुपये) की इस खरीदारी के लिए जेआईपी ने 1.4 लाख करोड़ येन (76 हजार करोड़ रुपये) का लोन बैंक से लिया था और इसके लिए तोशिबा की संपत्तियों को गिरवी रखा गया था।
Toshiba की अब क्या है स्ट्रैटेजी
तोशिबा अपनी वित्तीय स्थिति को स्थिर रखने के लिए जूझ रही है। इसका फोकस तत्काल फाइनेंशियल रिकवरी की ही नहीं है बल्कि लॉन्ग टर्म स्ट्रैटेजिक ग्रोथ पर भी है। कंपनी के प्रेसिडेंट तारो शिमाडा (Taro Shimada) ने डेटा-सेंट्रिक स्ट्रैटजीज और एआई में इनोवेशंस और क्वांटम टेक्नोलॉजी के जरिए कारोबारी वैल्यू बढ़ाने की योजना बनाई है। इन्हें बढ़ावा देने के लिए हाल ही में कंपनी ने नया R&D हब शुरू किया है। मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक इन सबके अलावा जेआईपी की स्ट्रैटेजी पांच साल में फिर से तोशिबा की लिस्टिंग है।