US CPI Data effect on Crypto Market: अमेरिका में खुदरा महंगाई के आंकड़े आ गए हैं और क्रिप्टो मार्केट को ये आंकड़े काफी पसंद आए हैं। फरवरी में यूएस कंज्यूमर प्राइस इंडेक्स (CPI) मासिक आधार पर 0.2 पर्सेंटेज प्वाइंट सुस्त हुआ। सालाना आधार पर अमेरिका में रिटेल इनफ्लेशन 2.8 फीसदी की रफ्तार से बढ़ा। जनवरी में यह आंकड़ा 3 फीसदी था। इसके चलते क्रिप्टो मार्केट में बहार छा गई है। बिटकॉइन (BitCoin) और एथर (Ether) समेत मार्केट कैप के हिसाब से टॉप-10 क्रिप्टोकरेंसीज में जोरदार तेजी है। मार्केट कैप के हिसाब से सबसे बड़ा क्रिप्टो बिटकॉइन दो फीसदी से अधिक की तेजी के साथ 83 हजार डॉलर के पार है
महंगाई के आंकड़ों का कैसे असर पड़ेगा क्रिप्टो मार्केट पर?
फरवरी महीने में अनुमान से कम महंगाई की रफ्तार पर क्रिप्टो मार्केट में बहार छाई हुई है। महंगाई की सुस्त चाल आंकड़ों का क्रिप्टो मार्केट पर पॉजिटिव असर इसलिए है, क्योंकि इससे अमेरिकी केंद्रीय बैंक फेडरल रिजर्व की मौद्रिक नीतियों में ढील देने की संभावना बढ़ गई है। महंगाई दर में सुस्ती जारी रहने पर फेडरल रिजर्व ब्याज दरों को हल्की कर सकता है। अब तक की बात करें तो दरों के नीचे आने से क्रिप्टोकरेंसीज जैसे रिस्की एसेट्स और आकर्षक जाते हैं। वहीं दूसरी तरफ इनफ्लेशन अधिक बना रहता है या आर्थिक स्थिति बिगड़ती है तो अमेरिकी फेड अपने मौजूदा रुझान को बनाए रख सकता है जिससे क्रिप्टो प्राइस पर गिरावट का दबाव बना रह सकता है।
और किन बातों से पड़ेगा BitCoin जैसे क्रिप्टोकरेंसीज पर असर?
इनफ्लेशन के आंकड़ों के अलावा इस समय क्रिप्टोकरेंसीज पर अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की कारोबारी नीतियों का भी असर दिख रहा है। अमेरिका ने चीन, कनाडा और मेक्सिको पर टैरिफ लगा दिया है जिससे महंगाई बढ़ने का खतरा बढ़ गया है। अब चूंकि महंगाई में उतार-चढ़ाव का असर अमेरिकी फेड की मौद्रिक नीतियों पर भी असर पड़ता है तो इससे मार्केट सेंटिमेंट पर भी असर दिखेगा और इसमें क्रिप्टो मार्केट भी है। मार्केट एनालिस्ट्स के मुताबिक वैश्विक स्तर पर आर्थिक रूप से अस्थिरता दिखती है तो निवेशक क्रिप्टोकरेंसीज की बजाय गोल्ड जैसे सुरक्षित विकल्पों की तरफ भाग सकते हैं।