Crypto Market News: कुछ समय पहले दिग्गज क्रिप्टो एक्सचेंज वजीरएक्स (WazirX) पर हैकर्स का हमला हुआ था। इस हैकिंग के चलते करीब 45 फीसदी होल्डिंग एसेट्स गायब हो गई। अब वजीरएक्स ने आज 19 अगस्त को बताया कि इसके सिस्टम और लैपटॉप में कोई छेड़खानी नहीं हुई थी और यह बात मल्टीसिग्नेचरी वॉलेट्स पर 23 करोड़ डॉलर के साइबर अटैक की फोरेंसिक जांच में सामने आई। मल्टीसिग्नेचरी वॉलेट्स ऐसे क्रिप्टो वॉलेट्स होते हैं जिसमें फंड के लेन-देन के लिए कम से कम दो या इससे अधिक प्राइवेट कीज की जरूरत पड़ती है। देश के सबसे बड़े क्रिप्टो एक्सचेंज पर यह साइबर हमला पिछले महीने जुलाई में हुआ था।
Google की कंपनी कर रही थी जांच
वजीरएक्स पर पिछले महीने जो साइबर अटैक हुआ था, उसकी फोरेंसिज जांच के लिए क्रिप्टो एक्सचेंज ने गूगल की सब्सिडियरी मैंडिएंट सॉल्य़ूशंस (Mandiant Solutions) को काम सौंपा था। अब वजीरएक्स ने खुलासा किया है कि मैंडिएंट ने उसे क्लीन चिट दी है यानी कि उसके लैपटॉप और और सिस्टम में कोई छेड़खानी नहीं हुआ और इस पर हैकर्स का नियंत्रण नहीं हुआ था। हालांकि इस मामले में विस्तृत रिपोर्ट अभी आनी बाकी है।
शुरुआती जांच में WazirX को क्लीन चिट
जो वॉलेट हैक हुए थे, उसमें 6 सिग्नेचरीज थे जिसमें से पांच तो वजीरएक्स के थे और एक इंफ्रा और कस्टडी पार्टनर लिमिनल के। वजीरएक्स का कहना है कि किसी भी लेन-देन के लिए वजीरएक्स के तीन मेंबर्स के अप्रूवल की जरूरत पड़ती और फिर फाइनल मंजूरी लिमिनल से मिलती। रिपोर्ट के मुतााबिक जांच में सामने आया कि हैकर्स ने जो ट्रांजैक्शन किए थे, उसने तीनों लैपटॉप से किसी छेड़छाड़ के सबूत नहीं मिले हैं। वजीरएक्स का कहना है कि अभी तक जो तथ्य मिले हैं, उसके मुताबिक साइबरअटैक में उसकी तरफ से कोई गलती नहीं हुई है और यह लिमिनल की तरफ से हुई है यानी हैकर्स ने लिमिनल के सिस्टम पर कब्जा किया था। वजीरएक्स के प्रवक्ता का कहना है कि जांच एजेंसी पर पूरा भरोसा है और जांच में पूरा सहयोग किया जाएगा। वजीरएक्स के प्रवक्ता ने कहा कि जो फंड चोरी हुए हैं, उन्हें वापस लाने पर काम किया जा रहा है और यह काम जिसने किया है, उसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।