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मेटावर्स पर सफल रहा जुकरबर्ग का दांव, दुनिया के चौथे सबसे अमीर शख्स बने फेसबुक के फाउंडर

फेसबुक के फाउंडर मार्क जुकरबर्ग का मेटावर्स (metaverse) पर लगाया गया दांव शुरू में गलत कदम नजर आ रहा था। इस वजह से उनका नेट वर्थ 100 अरब डॉलर से भी ज्यादा कम हो गया था। हालांकि, अब इसका बड़े पैमाने पर लाभ मिलना शुरू हो गया है। मेटा प्लेटफॉर्म्स इंक का शेयर प्राइस रिकॉर्ड हाई पर पहुंचने के बाद जुकरबर्ग का नेट वर्थ पिछले दो साल से भी कम में बढ़कर तकरीबन 201 अरब डॉलर तक पहुंच गया है। इस तरह, अब वह दुनिया के 500 सबसे अमीर लोगों की सूची में चौथे स्थान पर पहुंच गए हैं

अपडेटेड Sep 30, 2024 पर 3:32 PM
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मार्क जुकरबर्ग का नेट वर्थ पिछले दो साल से भी कम में बढ़कर तकरीबन 201 अरब डॉलर तक पहुंच गया है।

फेसबुक के फाउंडर मार्क जुकरबर्ग का मेटावर्स (metaverse) पर लगाया गया दांव शुरू में गलत कदम नजर आ रहा था। इस वजह से उनका नेट वर्थ 100 अरब डॉलर से भी ज्यादा कम हो गया था। हालांकि, अब इसका बड़े पैमाने पर लाभ मिलना शुरू हो गया है। मेटा प्लेटफॉर्म्स इंक का शेयर प्राइस रिकॉर्ड हाई पर पहुंचने के बाद जुकरबर्ग का नेट वर्थ पिछले दो साल से भी कम में बढ़कर तकरीबन 201 अरब डॉलर तक पहुंच गया है। इस तरह, अब वह दुनिया के 500 सबसे अमीर लोगों की सूची में चौथे स्थान पर पहुंच गए हैं। उनसे पहले इलॉन मस्क, जेफ बेजोस और बर्नार्ड अर्नॉल्ट शामिल हैं।

बाकी बड़े टेक उद्यमियों के नेट वर्थ में भी इस साल बड़ा उछाल देखने को मिला है। मिसाल के तौर पर एमवीडिया ग्रुप के चीफ एग्जिक्यूटिव ऑफिसर (CEO) जेनसेन हुआंग का नेट वर्थ दोगुने से भी ज्यादा बढ़कर 106.2 अरब डॉलर हो गया। हालांकि, किसी की भी संपत्ति की ग्रोथ जुकरबर्ग के बराबर नहीं हुई है। उनकी संपत्ति में 1 जनवरी 73.4 अरब डॉलर का इजाफा हुआ है। मेटा में उनकी 13% हिस्सेदारी है। बीते 25 सितंबर को कंपनी का स्टॉक अपने ऑल टाइम हाई पर पहुंच गया था और इसमें इस साल अब तक 60 पर्सेंट की बढ़त देखने को मिल चुकी है।

यह स्थिति साल 2022 के मुकाबले काफी बेहतर है। उस वक्त कंपनी में हुए बड़े बदलाव के बाद जुकरबर्ग का नेट वर्थ काफी कम हो गया था। साथ ही, मेटावर्स में बड़ा निवेश किया गया था। उसी समय कंपनी के नाम में भी बदलाव किया गया था। उस दौरान मेटा को शॉर्ट टर्म वाले वीडियो सेगमेंट में अपने पांव जमाने में मुश्किल हो रही थी, जबकि उसकी प्रतिस्पर्धी इकाई टिकटॉप की लोकप्रिया काफी बढ़ चुकी थी।


अब जानकारों का मानना है कि फेसबुक से मेटा का यह बदलाव बेहतर साबित हो रहा है और इसके बेहतर नतीजे देखने को मिल रहे हैं। साल 2022 से मेटा ने हजारों एंप्लॉयीज की छंटनी की है और अपने ग्लोबल वर्कफोर्स को 25 पर्सेंट तक कम किया है।

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