Copper Prices: कॉपर यानी तांबे की कीमतों में आने वाले दिनों में उछाल देखने को मिल सकती है। ब्रोकरेज फर्म सिटी (Citi) का अनुमान है कि अगले 2 साल के अंदर तांबे की कीमतों में 12,000 डॉलर प्रति टन (करीब 10 लाख रुपये) तक जा सकती है। सिटी में कमोडिटी के ग्लोबल हेड, मैक्स लेटन ने कहा, "हम मजबूती से सिफारिश कर रहे हैं कि निवेशकों को तांबे में पोजिशन बनाए रखनी चाहिए। हम मजबूती से सिफारिश कर रहे हैं कि तांबे के कंज्यूमर्स अगले एक से 3 सालों में अपने जोखिम को कम करें। मेरा मतलब है, यह 12,000 डॉलर तक पहुंचने की राह पर है। अगले 2 सालों में वहां पहुंचने के कई अलग-अलग रास्ते हैं, लेकिन यह वहीं जा रहा है।"
तांबे की कीमतें अभूतपूर्व स्तर पर पहुंच गई हैं। चीन में यह अब तक के उच्चतम स्तर पर है। लंदन मेटल एक्सचेंज (एलएमई) पर 11 महीने के उच्चतम स्तर और अमेरिका में 16 महीने के उच्चतम स्तर पर दर्ज किया गया है। तांबे की कीमतों में उछाल चीन में पॉजिटिव मैन्युफैक्चरिंग इंडिकेटर्स के मुताबिक है, जहां लगातार 5 महीनों के गिरावट के बाद मार्च में औद्योगिक गतिविधियों में तेजी आई।
“चीन में पिछले साल या उसके आसपास से एनर्जी ट्रांजिशन सेक्टर में निवेश देखा जा रहा है। औद्योगिक गतिविधियों में उछाल भी इसी के कारण आया है। इस साल के पहे कुछ महीनो में रिन्यूएबल एनर्जी की उत्पादन क्षमता काफी बढ़ी है। हालांकि सिक्के का दूसरा पहलू यह है कि कंस्ट्रक्शन गतिविधियों में अभी भी नरमी जारी है। कंस्ट्रक्शन गतिविधियों में सुस्ती के चलते ही हमे आयरन ओर की कीमतों में 25 से 30% की गिरावट देखने को मिला है।"
तांबे के अलावा लेटन ने कहा कि वह गोल्ड को लेकर भी बुलिश हैं और उन्होंने इसकी कीमतें 2,300 डॉलर प्रति औंस तक पहुंचने का अनुमान जताया। हालांकि, उन्होंने यह भी कहा कि शॉर्ट-टर्म में चांदी की कीमतों में अधिक तेजी आ सकती है। उन्हें उम्मीद है कि यह सोने से बेहतर प्रदर्शन करेगा और 2024 तक 30 डॉलर प्रति औंस तक पहुंच जाएगा।
क्रूड ऑयल पर भी लेटन बुलिश है, लेकिन वह साथ में गैर-ओपेक देशों की ओर से सप्लाई में बढ़ोतरी और उभरते मांग पैटर्न के कारण चिंतित है। उनका मानना है कि 2024 की दूसरी तिमाही में ब्रेंट क्रूड का औसत भाव 80 डॉलर/बीबीएल होगा, लेकिन 2025 में यह घटकर औसत 60 डॉलर/बीबीएल तक आ सकता है।