Commodity Market News: दुनिया की सबसे महत्तवपूर्ण इंडस्ट्रियल मेटल एल्युमीनियम की इवेंट्री (भंडार) में लंदन मेटल स्टॉक एक्सचेंज पर भारी बढ़त देखने को मिली है। एल्युमीनियम की मांग में लगातार आ रही गिरावट दुनिया में औद्योगिक गतिविधियों के धीमी पड़ने का भी संकेत है। इस बीच एल्युमीनियम के कुछ बड़े खरीदारी रूसी एल्युमीनियम के खरीद से भी बचते नजर आ रहे है।
गौरतलब है कि मंगलवार को लंदन मेटल एक्सचेंज (LME ) पर एल्युमीनियम के भंडार में 11 फीसदी की बढ़त देखने को मिली । यह फरवरी के बाद आई अब तक की सबसे बड़ी बढ़त है। बता दें कि अगस्त में एल्युमीनियम का भंडार अपने 3 दशक के सबसे निचले स्तर पर पहुंच गया था। बता दें कि दूसरे मेटल्स की तरह ही एल्युमीनियम की कीमतें पिछले कुछ महीनों से भारी उतार-चढ़ाव से गूजर रही है।
एल्युमीनियम की कीमतों पर सप्लाई से जुड़ी दिक्कतों और खराब होती हुई ग्लोबल इकोनॉमी का निगेटिव असर देखने को मिल रहा है। इस तरह के संकेत है कि एल्युमीनियम के खपत पर लगातार गिरावट आ रही है जिससे की LME के इसके भंडार में और बढ़त देखने को मिल सकती है।
एल्युमीनियम के कारोबार से जुड़े 2 बड़े ट्रेडरों ने नाम की गोपनीयता रखने के शर्त पर बताया है कि कुछ एल्युमीनियम खरीदार 2023 के लिए किए गए अपने खरीद के कॉन्ट्रैक्ट को आगे के लिए बढ़ाने के लिए कह रहे है।
इसके अलावा रूस की तरफ से आने वाले एल्युमीनियम की सप्लाई से भी खरीदार बचने की कोशिश कर रहे है। इनको लगता है कि रूस पर लगने वाले किसी प्रतिबंध के चलते आगे उनके कारोबार पर निगेटिव असर पड़ सकता है। गौरतलब है कि लंदन मेटल एक्सचेंज (LME ) पर मंगलवार को एल्यूमीनियम की कीमत 1.1 फीसदी गिरकर 2,260.50 डॉलर प्रति टन हो गई है। वहीं मंगलवार को एल्युमीनियम की इन्वेंट्री 31,325 टन की बढ़त के साथ 308,375 टन पर पहुंच गई थी।