Crude Supply : स्ट्रेट ऑफ होर्मूज बंद करने को ईरान के संसद से मंजूरी मिली दी है। इससे क्रूड सप्लाई में कमी की आशंका जताई जा रही है। वहीं पेट्रोलियम मंत्री हरदीप सिंह पूरी ने कहा है कि कच्चे तेल की कोई कमी नहीं है। इस पर ज्यादा जानकारी देते हुए सीएनबीसी-आवाज़ के लक्ष्मण रॉय ने बताया कि ईरान-इजरायल के जंग पर सरकार की नजर है। कच्चे तेल की कोई कमी नहीं हो इस पर लगातार 2 हफ्ते से सरकार नजर बनाए हुए है। सरकार का कच्चे तेल की सप्लाई सुचारू बनाए रखने पर जोर है। सरकार का अन्य रास्ते से क्रूड सप्लाई बढ़ाने पर जोर है।
पेट्रोलियम मंत्रालय, प्रधानमंत्री कार्यालय, विदेश मंत्रालय और शिपिंग मंत्रालय ये चारों मिल कर क्रूड ऑयल की कीमतों पर नजर रखे हुए हैं और सप्लाई में आने वाली किसी दिक्कत से निपटने के लिए रणनीति बना रहे हैं। अभी तक के असेसमेंट के बाद ये कहा गया है कि अभी फिलहाल हमें कोई कमी नहीं होने वाली है। ऑयल मार्केटिंग कंपनियों के पास 3 हफ्ते का स्टॉक है। रही बात ये कि अगर स्टेट ऑफ होर्मूज बंद हो जाता है तब क्या होगा तो ये भी जान लें कि देश में रोजाना 5.5 मिलियन बैरल कच्चे तेल की खपत होती है। इस में 1.5 से 2 मिलियन बैरल की सप्लाई स्टेट ऑफ होर्मूज से होती है। अब सरकार की रणनीति है कि अगर अब स्टेट ऑफ होर्मूज बंद होता है तो दूसरे रास्तों से तेल लाने के तरीके तलाशे जायें। ऐसे में अब रशिया, अमेरिका और ब्राजील से अभी से संपर्क करना शुरू कर दिया गया है। अब इन देशों से तेल लेने की कोशिश की जाएगी।
सरकार कच्चे तेल की सप्लाई बढ़ाने के साथ ही इसके फ्रेट चार्जेज में बढ़त न हो इस पर भी फोकस कर रही है। इसके लिए शिपिंग मंत्रालय, शिपिंग कंपनियों से सलाह मशविरा कर रही है। दूसरी बात ये है कि इस तरह के मुश्किल हालात में इश्योरेंस पर होने वाला खर्चा बढ़ जाता है। ऐसे में इश्योरेंस प्रीमियम बहुत ज्यादा न बढ़े इस पर भी रणनीति बनाई जा रही है।
बता दें कि स्ट्रेट ऑफ होर्मूज , ओमान और ईरान के बीच स्थित है तथा उत्तर में मध्यपूर्व की खाड़ी को दक्षिण में ओमान की खाड़ी और उसके आगे अरब सागर से जोड़ता है। गोल्डमैन सैक्स ने होर्मुज जलडमरूमध्य में संभावित व्यवधान की चिंताओं के चलते ग्लोबल एनर्जी सप्लाई के लिए जोखिम की ओर संकेत किया है। रॉयटर्स की एक रिपोर्ट में गोल्डमैन सैक्स के 22 जून के नोट का हवाला देते हुए कहा गया है कि गोल्डमैन सैक्स का मानना है कि इससे तेल और प्राकृतिक गैस की कीमतों में भारी उछाल आएगा। रिपोर्ट में कहा गया है कि गोल्डमैन सैक्स ने अनुमान लगाया है कि इस महत्वपूर्ण जलमार्ग से तेल की सप्लाई एक महीने के लिए आधी हो जाए और अगले 11 महीनों तक 10 फीसदी कम रहे तो ब्रेंट क्रूड की कीमत कुछ समय के लिए 110 डॉलर के उच्चतम स्तर पर पहुंच सकती है। रिपोर्ट में आगे कहा गया है कि इसके बाद कीमतें कम हो जाएंगी और 2025 की चौथी तिमाही में ब्रेंट का औसत मूल्य लगभग 95 डॉलर रहेगा।