कच्चे तेल के भाव में तेज गिरावट देखने को मिल रही है । ब्रेंट का भाव 4% से ज्यादा गिरकर 90 डॉलर के नीचे आया है। अमेरिका में ब्याज बढ़ने और चीन से डिमांड सुस्त पड़ने की आशंका से कच्चे तेल में दबाव आया है।
कच्चे तेल के भाव में तेज गिरावट देखने को मिल रही है । ब्रेंट का भाव 4% से ज्यादा गिरकर 90 डॉलर के नीचे आया है। अमेरिका में ब्याज बढ़ने और चीन से डिमांड सुस्त पड़ने की आशंका से कच्चे तेल में दबाव आया है।
ब्रेंट का भाव 90 डॉलर तक फिसला है जबकि WTI का भाव 82 डॉलर तक गिरा है। वहीं MCX पर क्रूड 6800 के नीचे कारोबार कर रहा है। ब्रेंट की चाल पर नजर डालें तो 1 हफ्ते में इसमें 6 फीसदी की गिरावट आई है जबकि 1 महीने में इसमें 0.4 फीसदी टूटा है। वहीं 1 साल में 17 फीसदी चढ़ा है जबकि WTI की चाल 1 हफ्ते में इसमें 7 फीसदी की गिरावट आई है जबकि 1 महीने में इसमें 2.5 फीसदी टूटा है। वहीं 1 साल में 9.5 फीसदी चढ़ा है।
MCX क्रूड की चाल पर नजर डालें तो 1 हफ्ते में इसमें 5 फीसदी की गिरावट आई है जबकि 1 महीने में इसमें 5 फीसदी टूटा है। वहीं 1 साल में 19 फीसदी चढ़ा है।
कच्चे तेल की गिरावट क्यों?
कच्चे तेल की गिरावट की वजह पर नजर डालें तो महंगाई के खिलाफ फेड की सख्ती कायम है। यूएस फेड का कहना है कि महंगाई पर काबू पाना पहली प्राथमिकता है। दरों में बढ़ोतरी आगे भी जारी रह सकती है। फंड रेट 5-7% के बीच रह सकता है। डॉलर में मजबूती और चीन में बढ़ते कोरोना के मामले के चलते कच्चे तेल की कीमतों में दबाव बना है। चीन में बीते 1 दिन में 23,000 कोरोना के मामले सामने आए है। चीन में कोरोना के कारण मांग में गिरावट की आशंका बढ़ी है।
ऑयल मील एक्सपोर्ट में तेजी
इस बीच ऑयल मील एक्सपोर्ट में तेजी देखने को मिली है। FY23 में ऑयल मील एक्सपोर्ट 38% बढ़ा है। अप्रैल-अक्टूबर के बीच एक्सपोर्ट बढ़ा है। रेपसीड मील एक्सपोर्ट भी 100% से ज्यादा बढ़ा है। ज्यादा पैदावार, पेराई के कारण बढ़ा एक्सपोर्ट बढ़ा है। सोयाबीन मील का एक्सपोर्ट करीब 8% गिरा है।
हिंदी में शेयर बाजार, स्टॉक मार्केट न्यूज़, बिजनेस न्यूज़, पर्सनल फाइनेंस और अन्य देश से जुड़ी खबरें सबसे पहले मनीकंट्रोल हिंदी पर पढ़ें. डेली मार्केट अपडेट के लिए Moneycontrol App डाउनलोड करें।