Gold Price Today: ऑल टाइम हाई छूने के बाद सोने में कीमतों में दिखा दबाव, इन आंकड़ों पर टिकीं है बाजार की नजर, क्या आगे दिखेगी तेजी
Gold Price Today: शुरुआती कारोबार में एमसीएक्स पर वायदा बाजार में सोने का भाव 1.22% गिरकर 1,05,890 रुपये प्रति 10 ग्राम पर आ गया, जबकि चांदी 1.57% गिरकर 1,23,900 रुपये प्रति किलोग्राम पर आ गई। हालांकि निवेशकों की निगाहें इस हफ्ते आने वाले अमेरिका के प्रमुख रोजगार आंकड़ों पर टिकी हैं
मेरिकी व्यापार नीतियों को लेकर अनिश्चितता के चलते सेफ हेवन डिमांड की अपील को बढ़ा रही है।
Gold Price Today :इस हफ़्ते की शुरुआत में नए रिकॉर्ड स्तर पर पहुंचने के बाद गुरुवार 4 सितंबर को वैश्विक सोने की कीमतों में मुनाफावसूली देखने को मिली। बुधवार (3 सितंबर) को 3,578.50 डॉलर के उच्चतम स्तर के बाद 0153 GMT पर हाजिर सोना 0.3% गिरकर 3,546.73 डॉलर प्रति औंस पर आ गया। दिसंबर डिलीवरी के लिए अमेरिकी सोना वायदा 0.8% गिरकर 3,605.60 डॉलर प्रति औंस पर आ गया।
शुरुआती कारोबार में एमसीएक्स पर वायदा बाजार में सोने का भाव 1.22% गिरकर 1,05,890 रुपये प्रति 10 ग्राम पर आ गया, जबकि चांदी 1.57% गिरकर 1,23,900 रुपये प्रति किलोग्राम पर आ गई। हालांकि निवेशकों की निगाहें इस हफ्ते आने वाले अमेरिका के प्रमुख रोजगार आंकड़ों पर टिकी हैं।
मुंबई में 24 कैरेट सोने की कीमत 1,06,980 रुपये प्रति 10 ग्राम रही, जबकि 22 कैरेट सोना 98,060 रुपये प्रति 10 ग्राम पर उपलब्ध था। चांदी 1,27,100 रुपये प्रति किलोग्राम पर उपलब्ध थी। इन कीमतों में जीएसटी और मेकिंग चार्ज शामिल नहीं हैं।
तेजी की क्या रही वजह
अमेरिका में ब्याज दरों में कटौती की उम्मीदें
सीएमई फेडवॉच के आंकड़ों के अनुसार व्यापारियों को अब 17 सितंबर को होने वाली अमेरिकी फेडरल रिजर्व की नीतिगत बैठक में ब्याज दरों में 25 आधार अंकों की कटौती की 97% संभावना दिख रही है, जो पहले 92% थी। सोने जैसी गैर-उपज वाली संपत्तियां कम ब्याज दर वाले माहौल में अच्छा प्रदर्शन करती हैं।
कमजोर श्रम बाजार के आंकड़े
अमेरिकी श्रम विभाग ने जुलाई में 71.81 लाख नौकरियों के अवसर बताए, जो उम्मीद से कम है। श्रम बाजार में नरमी ने नीतिगत ढील की मांग को और मजबूत किया है। शुक्रवार (5 सितंबर) को आने वाले गैर-कृषि वेतनभोगी आंकड़ों पर अब खासा ध्यान केंद्रित है, जिसमें 78,000 नौकरियों के जुड़ने की उम्मीद है।
सेफ-हेवन डिमांड
अमेरिकी व्यापार नीतियों को लेकर अनिश्चितता के चलते सेफ हेवन डिमांड की अपील को बढ़ा रही है। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने हाल ही में संकेत दिया था कि अगर अमेरिका सुप्रीम कोर्ट में टैरिफ से जुड़ा मामला हार जाता है, तो उसे यूरोपीय संघ, जापान और दक्षिण कोरिया जैसे प्रमुख साझेदारों के साथ व्यापार समझौते रद्द करने पड़ सकते हैं।
वैश्विक मुद्रा भंडार में बदलाव
वेंचुरा के एनएस रामास्वामी के अनुसार केंद्रीय बैंक सोने में निवेश बढ़ाकर जानबूझकर अपने विदेशी मुद्रा भंडार को नया आकार दे रहे हैं। यह संरचनात्मक परिवर्तन निरंतर तेजी को बढ़ावा दे रहा है, जिससे वायदा भाव 3,600 डॉलर प्रति औंस के पार पहुँच गया है।
डॉलर की कमज़ोरी
कमज़ोर अमेरिकी श्रम आंकड़ों ने इस सप्ताह डॉलर सूचकांक को नीचे ला दिया, जिससे अन्य मुद्राओं में निवेश करने वाले निवेशकों के लिए सोना सस्ता हो गया और माँग में वृद्धि हुई।
आगे कैसी रह सकती है चाल
बाजार जानकार इस बात पर सहमत हैं कि नियर टर्म में सोने की चाल आगामी अमेरिकी रोज़गार आंकड़ों और फेड के सितंबर के नीतिगत फैसले पर निर्भर करेगी। लेकिन सोने में आई मुनाफ़ाखोरी अस्थायी गिरावट का कारण बनी है। लेकिन ब्याज दरों में कटौती, वैश्विक व्यापार अनिश्चितता और केंद्रीय बैंक की खरीदारी जैसे संरचनात्मक कारकों से सोने को उच्च स्तर पर समर्थन मिलने की संभावना है।
एस्पेक्ट बुलियन एंड रिफाइनरी के सीईओ दर्शन देसाई ने कहा, "बाजार में 17 सितंबर को FOMC द्वारा ब्याज दरों में कटौती की लगभग 100% संभावना के साथ सोने को निचले स्तरों पर मज़बूत समर्थन मिलने की उम्मीद है। घरेलू मोर्चे पर सोने और चाँदी पर जीएसटी दरों को अपरिवर्तित रखने का निर्णय प्रमुख त्योहारी सीज़न से पहले सर्राफा और आभूषण व्यापारियों के लिए बहुत ज़रूरी स्पष्टता प्रदान करता है। यह उन संभावित खरीदारों के लिए भी आश्वस्त करता है जो आगे की नीतिगत अपडेट की प्रत्याशा में खरीदारी रोक रहे थे।"
इंडिया बुलियन एंड ज्वैलर्स एसोसिएशन (आईबीजेए) की उपाध्यक्ष और एस्पेक्ट ग्लोबल वेंचर्स की कार्यकारी अध्यक्ष अक्ष कंबोज ने कहा, "निरंतर तेजी के रुझान और सीमित गिरावट को देखते हुए, हमारा अनुमान है कि अल्पावधि में मूल्य स्थिरता बनी रह सकती है। सट्टा व्यापारी जहां सक्रिय बने हुए हैं, वहीं लंबी अवधि के निवेशक मौजूदा स्तरों को धन संरक्षण के लिए एक उचित प्रवेश बिंदु के रूप में देख रहे हैं। कुल मिलाकर, सोने की कीमत में तेजी जारी है, जो व्यापक आर्थिक अनिश्चितता और धातु के आंतरिक मूल्य में निवेशकों के विश्वास के संगम पर आधारित है।
(डिस्क्लेमर: मनीकंट्रोल.कॉम पर दिए गए विचार एक्सपर्ट के अपने निजी विचार होते हैं। वेबसाइट या मैनेजमेंट इसके लिए उत्तरदाई नहीं है। यूजर्स को मनी कंट्रोल की सलाह है कि कोई भी निवेश निर्णय लेने से पहले सार्टिफाइड एक्सपर्ट की सलाह लें।