सोने की कीमतों में तेजी रुकने का नाम नहीं ले रही। 3 सितंबर को देश और विदेश दोनों में सोने में तूफानी तेजी देखने को मिली। स्पॉट मार्केट में सोने की कीमतें 0.1 फीसदी बढ़कर 3,536.58 प्रति औंस पहुंच गई। कारोबार के दौरान एक समय कीमत 3,546 डॉलर प्रति औंस तक पहुंच गई थी, जो एक रिकॉर्ड है। यूएस गोल्ड फ्यूचर्स 0.3 फीसदी के उछाल से 3,602. 40 डॉलर प्रति औंस पर पहुंच गया। इधर, इंडिया में भी गोल्ड फ्यूचर्स में तूफानी तेजी दिखी।
MCX में गोल्ड पहली बार 1.6 लाख के पार
MCX में 2:25 बजे Gold Futures 0.42 फीसदी यानी 446 रुपये के उछाल के साथ 1,06,238 रुपये प्रति 10 ग्राम पर पहुंच गया। इससे पहले इंडिया में कभी गोल्ड फ्यूचर्स इस लेवल पर नहीं पहुंचा था। एक्सपर्ट्स का कहना है कि देश और विदेश में सोने की कीमतों में उछाल की दो बड़ी वजहें हैं। पहला, ग्लोबल इकोनॉमी में अनिश्चितता बनी हुई है। दूसरा, अमेरिका में इस महीने इंटरेस्ट रेट में कमी की उम्मीद काफी बढ़ गई है। फेडरल रिजर्व के इंटरेस्ट रेट में कमी करने से सोने की चमक बढ़ती है। इंटरेस्ट रेट में नरमी आने पर निवेश के लिए सोने की मांग बढ़ जाती है।
गोल्ड में इन वजहों से जारी है तेजी
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप इंटरेस्ट रेट में कमी के लिए लगातार फेडरल रिजर्व पर दबाव बनाते आ रहे हैं। उन्होंने पिले महीने फेडरल रिजर्व की गवर्नर लीजा कुक को पद से हटा दिया था। इससे फेडरल रिजर्व पर ट्रंप के दबाव बढ़ाने की कोशिश के रूप में देखा गया। फेडरल रिजर्व की बैठक 16 सितंबर को शुरू होगी। इसके फैसलों के बारे में 17 सितंबर को पता चलेगा। माना जा रहा है कि फेड इंटरेस्ट रेट में 0.25 फीसदी की कमी कर सकता है। इस साल गोल्ड की कीमतें 32 फीसदी चढ़ चुकी हैं। इससे गोल्ड के इनवेस्टर्स काफी खुश हैं। गोल्ड ने देशी और विदेशी दोनों ही बाजारों में ऊंचाई के नए रिकॉर्ड बनाए हैं।
मनीकंट्रोल पहले से निवेशकों को अपने पोर्टफोलियो में गोल्ड शामिल करने की सलाह देता आ रहा है। एक्सपर्ट्स का कहना है कि इनवेस्टमेंट पोर्टपोलियो में गोल्ड की हिस्सेदारी 5-10 फीसदी तक हो सकती है। जिन निवेशकों ने गोल्ड में निवेश किया था वे आज ऊंचे मुनाफे पर बैठे हुए हैं। गोल्ड में गोल्ड ईटीएफ या म्यूचुअल फंड की गोल्ड स्कीम के जरिए भी निवेश किया जा सकता है। इनवेस्टर्स सिप के जरिए भी इनमें इनवेस्ट कर सकते हैं। इससे लंबी अवधि में अच्छा रिटर्न मिल सकता है।
सोचसमझकर करें मुनाफावसूली
एक्सपर्ट्स का कहना है कि कई निवेशक गोल्ड की ऊंची कीमतों को देखते हुए मुनाफावसूली कर रहे हैं। लेकिन, गोल्ड में निवेश तभी निकालने में समझदारी है, जब ऐसा करना बहुत जरूरी हो। हालांकि, अभी मुनाफावसूली कर बाद में आप गोल्ड की कीमतें गिरने पर निवेश कर सकते हैं। लेकिन, एक्सपर्ट्स का कहना है कि मुनाफावसूली से हाथ में आया पैसा खर्च हो जाता है। ऐसे में आप लंबी अवधि में गोल्ड में तेजी का फायदा उठाने से चूक जाते हैं।