आज के कारोबार में सोने की कीमत यूक्रेन-रूस तनाव के चलते 1 साल के हाई लेवल पर पहुंच गईं। जिरोधा के को-फाउंडर निखिल कामत का कहना है कि सोना इस समय निवेश के नजरिए से काफी आर्कषक नजर आ रहा है। निखिल कामत का कहना है कि ग्लोबल बाजारों की तरह ही भारतीय बाजारो में वर्तमान जियोपॉलिटिकल तनाव के दौर में भारी गिरावट देखने को मिली है। रूस और यूक्रेन के बीच जारी संकट के बीच बाजार में हमें कुछ दिनों तक वोलैटिलिटी देखने को मिल सकती है। इस स्थिति में सोना काफी आर्कषक दिख रहा है। इसके साथ ही वैल्यू स्टॉक के प्रति भी निवेशकों में रूझान देखने को मिल रहा है।
गौरतलब है कि एमसीएक्स पर सोने का भाव आज 2022 के हाइएस्ट लेवल पर पहुंच गए। आज के इंट्राडे कारोबार में सोना करीब 1,400 रुपये प्रति 10 ग्राम की बढ़त के साथ 51750 रुपये तक जाता दिखा। वहीं अंतराष्ट्रीय बाजार में सोने का हाजिर भाव 1925 डॉलर प्रति औंस की बाधा तोड़ते हुए 1950 डॉलर प्रति औंस जाता दिखा जो करीब 13 महीने का इसका हाइएस्ट लेवल है।
बाजार जानकारों का कहना है कि सोने में इस तेजी का कारण रूस और यूक्रेन के बीच गहराता संकट है और सोने के भाव जल्द ही 1950 डॉलर, उसके बाद 1980 डॉलर और 2000 डॉलर प्रति औंस के स्तर पर जाते नजर आ सकते हैं।
Motilal Oswal के अमित सजेजा का कहना है कि अंतराष्ट्रीय बाजार में गोल्ड में 1925 डॉलर की बाधा तोड़ दी है और यह 1950 डॉलर के आसपास नजर आ रहा है और इसका अगला टार्गेट 1980 -2000 डॉलर प्रति औंस का होगा जो हमें जल्द ही हासिल होता नजर आ सकता है।
गौरतलब है कि सोना ही नहीं दूसरी अहम कमोडिटी कच्चे तेल में भी यूक्रेन और रूस के बीच के संकट ने आग लगा दी है और यह 2014 के बाद पहली बार 100 डॉलर प्रति बैरल के पार निकल गया है।