Budget 2023: यूएस ट्रेजरी यील्ड में गिरावट, डॉलर इंडेक्स में कमजोरी और ब्याज दरों में बढ़ोतरी पर यूएस फेड के नरम पड़ते रूख के कारण MCX पर सोने की कीमतें पिछले हफ्ते 57150 रुपये प्रति 10 ग्राम के नए हाई पर पहुंच गईं। हालांकि इसके तुंरत बाद गोल्ड पर मुनाफा वसूली हावी हो गई। अंत में शुक्रवार को MCX पर गोल्ड 56875 के स्तर पर बंद हुआ। घरेलू बाजार में सोने में 0.35 फीसदी की साप्ताहिक बढ़ोतरी देखने को मिली है। वहीं इंटरनेशनल बाजार में सोने का हाजिर भाव 9 महीने का हाई लगाते हुए 1927 डॉलर प्रति औंस पर बंद हुआ है। कमोडिटी मार्केट के जानकारों का कहना है कि सोने की कीमतों में आगे हमें वोलैटिलिटी जारी रहने की संभावना है। सोने में आगे और गिरावट आ सकती है। अब निवेशकों की नजर यूएसफेड की मीटिंग और भारत के यूनियन बजट पर टिकी हुई हैं।
अंतरराष्ट्रीय बाजार में सोने के लिए 1920 डॉलर प्रति औंस पर सपोर्ट
जानकारों का मानना है कि घरेलू और अंतरराष्ट्रीय बाजार में सोने की दिशा तय करने में इन दोनों इवेंट्स की अहम भूमिका होगी। अंतरराष्ट्रीय बाजार में इस समय गोल्ड के भाव को 1950 डॉलर पर मुश्किल का सामना करना पड़ रहा है। वहीं घरेलू बाजार में सोने की कीमतों के लिए 57200 रुपए पर रेजिस्टेंस नजर आ रहा है। दूसरी तरफ अंतरराष्ट्रीय बाजार में सोने के लिए 1920 डॉलर प्रति औंस पर सपोर्ट नजर आ रहा है। जबकि MCX पर इसके लिए 56200 पर इमिडिएट सपोर्ट दिख रहा है।
नियर टर्म में गोल्ड की कीमतों में बनी रहेगी वोलैटिलिटी
सोने की कीमतों पर बात करते हुए कमोडिटी मार्केट की एक्सपर्ट सुगंधा सचदेव का कहना है कि नियर टर्म में गोल्ड की कीमतों में वोलैटिलिटी बनी रहेगी। यूएस सेंट्रल बैंक अपनी ब्याज दरों में 0.25 फीसदी की बढ़ोतरी कर सकता है। लेकिन यूएस फेड द्वारा मॉनेट्री पॉलिसी में आगे के संकेत क्या रहते हैं, इस पर बाजार की नजर रहेगी। जिसके चलते अगले हफ्ते में सोने में उतार-चढ़ाव देखने को मिल सकता है। ऐसे में सोने में किसी गिरावट पर लंबी अवधि के नजरिए से खरीद की रणनीति कारगर रहेगी। उनका मानना है कि गोल्ड की कीमतें इस समय ओवरबॉट जोन में नजर आ रही हैं। ऐसे में अगर इसके भाव में कोई हेल्दी करेक्शन आता है तो एक बार हमें सोने में फिर से बारगेन बाइंग लौटती दिखेगी। यह लॉन्ग टर्म के नजरिए से निवेश का अच्छा मौका होगा।
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