Gold- Sliver Price: मंगलवार 18 नवंबर को भारत में सोने और चांदी की कीमतों में गिरावट जारी रही, जो लगातार तीसरे कारोबारी सत्र में गिरावट का संकेत है क्योंकि दिसंबर में अमेरिकी फेडरल रिजर्व द्वारा ब्याज दरों में कटौती की उम्मीदें तेज़ी से कमज़ोर पड़ गईं।वि श्लेषकों ने इस गिरावट का कारण ब्याज दरों में कटौती की उम्मीदों में कमी और मज़बूत अमेरिकी डॉलर को बताया।
मल्टी कमोडिटी एक्सचेंज (एमसीएक्स) पर सोना वायदा (दिसंबर) ₹1,807 (1.47%) गिरकर ₹1.21 लाख प्रति 10 ग्राम पर आ गया। फरवरी 2026 का वायदा भी इसी तरह के अंतर से गिरकर ₹1.22 लाख प्रति 10 ग्राम पर आ गया। चांदी वायदा (दिसंबर) ₹3,660 (2.36%) गिरकर ₹1.51 लाख प्रति किलोग्राम पर आ गया, जबकि मार्च 2026 का अनुबंध ₹1.54 लाख प्रति किलोग्राम पर आ गया।
वैश्विक कीमतों में चौथे दिन गिरावट
अंतर्राष्ट्रीय बाजारों में कॉमेक्स सोना (दिसंबर) 1.60% गिरकर 4,009.5 डॉलर प्रति औंस पर आ गया, जो लगातार चौथी गिरावट है। पिछले चार सत्रों में धातु में 204 डॉलर की गिरावट आई है। कॉमेक्स चांदी सोमवार के 50.71 डॉलर प्रति औंस के बंद भाव से घटकर 49.50 डॉलर प्रति औंस पर आ गई।
रिलायंस सिक्योरिटीज के वरिष्ठ शोध विश्लेषक जिगर त्रिवेदी ने कहा, "अमेरिका में ब्याज दरों में कटौती की घटती उम्मीदों और पिछले छह हफ्तों में प्रमुख व्यापक आर्थिक आंकड़ों की अनुपस्थिति ने धारणा को प्रभावित किया है।"उन्होंने कहा कि फेड अधिकारियों की हालिया आक्रामक टिप्पणियों ने उम्मीदों को और कम कर दिया है।
मेहता इक्विटीज़ लिमिटेड के कमोडिटीज़ उपाध्यक्ष राहुल कलंत्री ने कहा, "दिसंबर में अमेरिकी ब्याज दरों में कटौती की उम्मीदें कम होने के कारण सोने और चांदी में गिरावट जारी रही। कोई बड़ा सकारात्मक संकेत न मिलने के कारण, तेजड़ियां इन ऊंचे मूल्य स्तरों पर हिचकिचा रही हैं।"
4000-4500 डॉलर प्रति औंस के रेंज में रहने की उम्मीद
GJC चेयरमैन राजेश रोकड़े ने कहा कि कीमतों में तेजी कारण सोने-चांदी का इंपोर्ट बढ़ा है। त्योहारों और शादियों के मद्देनजर सोने-चांदी की मांग बढ़ी है। उन्होंने कहा कि मार्च तक सोने का भाव 4000-4500 डॉलर प्रति औंस के रेंज में रहने की उम्मीद है।
राजेश रोकड़े ने कहा कि प्लैटिनम ज्वेलरी इंपोर्ट पर प्रतिबंध के सरकार के कदम से प्लैटिनम की मांग पर फर्क नहीं पड़ेगा।
प्लैटिनम ज्वेलरी पर सख्ती
सरकार ने प्लैटिनम ज्वेलरी इंपोर्ट पर प्रतिबंध लगाया है। कुछ खास किस्म के प्लैटिनम ज्वेलरी के इंपोर्ट पर प्रतिबंध लगाया है। अगले साल 30 अप्रैल तक इंपोर्ट पर प्रतिबंध जारी रहेगा। DGFT ने इंपोर्ट पर नोटिफिकेशन जारी किया। इन प्लैटिनम ज्वेलरी के लिए अब लाइसेंस लेना जरूरी हुआ। सितंबर में चांदी के गहनों के इंपोर्ट पर भी प्रतिबंध लगा था। अगले साल 31 मार्च तक गहनों के इंपोर्ट पर प्रतिबंध लगा।
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