Gold - Sliver price: इजरायल-ईरान के बीच युद्धविराम से सोने चांदी की कीमतों में दबाव दिख रहा है। 1 दिन में सोना करीब 2% गिरा है और यह 2 हफ्तों के निचले स्तरों पर पहुंच गया है। MCX पर सोने के भाव 98000 के नीचे फिसला है जबकि MCX पर चांदी 1.06 लाख के नीचे पहुंचा है।
COMEX पर सोना $3350 के नीचे फिसला है जबकि COMEX पर चांदी $36 के नीचे आया। इजरायल-ईरान युद्धविराम से सोने-चांदी की कीमतों में गिरावट आई है। जियो पॉलिटिकल तनाव घटने से दाम गिरे। डॉलर में कमजोरी से भी सोने-चांदी को सपोर्ट मिल रहा है। इज़राइल-ईरान टेंशन के माहौल से सोने को सेफ हेवन डिमांड मिलती है।
MCX पर सोना-चांदी की चाल पर नजर डालें तो 1 हफ्ते में सोने में 2 फीसदी की गिरावट आई है जबकि 1 महीने में इसमें 2 फीसदी की तेजी देखने को मिली है। वहीं जनवरी 2025 से अब तक सोना 28 फीसदी चढ़ा है। जबकि 1 साल में 36 फीसदी का उछाल आया।
वहीं 1 हफ्ते में चांदी में 2 फीसदी की गिरावट दर्ज की है जबकि 1 महीने में यह 9 फीसदी चढ़ा है। जनवरी 2025 से अब तक चांदी 23 फीसदी चढ़ी है। जबकि 1 साल में 19 फीसदी का उछाल आया।
बाजार जानकारों का मानना है कि सोने में अभी भी 100 डॉलर का प्रीमियम अभी भी जारी है। यूएस-ईरान के बीच में न्यूकलियर डील होती है तो सोने में कुछ और मुनाफावसूली आ सकती है। जानकारों का मानना है कि सोना 3600 डॉलर के ऊपरी लेवल से ज्यादा तेजी नहीं दिखाएगा। और 2800 डॉलर के नीचे फिसलने की भी संभावना नजर नहीं आ रही है।
बाजार जानकार सोने के बजाए चांदी पर ज्यादा दांव लगाने को तैयार है क्योंकि इंडस्ट्रियल मार्केट में तेजी की पूरी संभावना बनी हुई है। आगे रेट कट का फायदा मेटल्स में आता दिखेगा। 80-90 फीसदी बाजार जानकार सोने के मुकाबले चांदी में निवेश करना पसंद कर रहे है।
तल्ला ज्वैलर्स के ओनर अमन तल्ला का कहना है कि सोने की कीमतों में $50-100 की और गिरावट संभव है। कीमतों में तेजी के कारण 50% एक्सचेंज, 50% मांग रही थी। सोने को जियोपॉलिटिकल टेंशन से सहारा मिल रहा है। सोने की कीमतों में तेजी से एक्सचेंज बढ़ा है। करीब-करीब आधी बिक्री एक्सचेंज की हो रही है। अगस्त से सोने की मांग बढ़ने की उम्मीद है।उन्होंने आगे कहा कि प्लैटिनम की कीमतों में भी तेजी आई है। प्लैटिनम अभी भी अपने बेस प्राइस पर चल रहा है।