अक्टूबर में चीन के स्टील उत्पादन में चार महीने की गिरावट को दरकिनार करते हुए सुधार नजर आया। आर्थिक विकास को फिर से शुरू करने के बीजिंग के प्रयासों के बाद वहां के सेंटीमेंट्स तेज हुए हैं। शुक्रवार को सांख्यिकी ब्यूरो (statistics bureau) ने जानकारी दी कि अच्छे मार्जिन ने स्टील निर्माताओं को मेटल का अधिक का उत्पादन करने के लिए प्रेरित किया। इससे उत्पादन बढ़कर 8.188 करोड़ टन हो गया। इसमें सितंबर की तुलना में 6.2% की वृद्धि और पिछले वर्ष की तुलना में 2.9% की वृद्धि देखने को मिली है। 2023 की तुलना में पहले 10 महीनों में उत्पादन में गिरावट अब 3% तक कम हो गई है।
हालांकि कई मिलों को अभी भी नुकसान हो रहा है और प्रॉपर्टी सेक्टर में मांग में कमी जारी है। ऐसे में एनालिस्ट्स ने मैन्यूफैक्चरिंग और राज्य समर्थित निर्माण गतिविधि के ऑर्डर में बढ़ोतरी के साथ-साथ निर्यात में बढ़ोतरी का हवाला दे रहे हैं। फिर भी इंडस्ट्री की लॉन्ग टर्म संभावनाएं निराशाजनक बनी हुई हैं।
मेन स्टील एसोसिएशन ने पिछले महीने मिलों से कीमतों में उछाल के बाद अपने प्रोडक्शन डिस्प्लिन को बनाए रखने का आह्वान किया था। उन्होंने चेतावनी दी थी कि स्थितियां वास्तव में नहीं बदली हैं। हालांकि सरकार ने संकेत दिया है कि उसके पास अगले साल और अधिक प्रोत्साहन के लिए गुंजाइश है। वहीं भविष्य के उपायों से बाजार की डिमांड के पारंपरिक स्रोतों जैसे कि नए आवास की शुरुआत और बड़े पैमाने पर स्टील का उपयोग करने वाले इंफ्रास्ट्रक्चर को फिर से शुरू करने की संभावना नहीं है।
अन्य सामग्रियों में, हल्के वजन वाले मेटल की मौसमी खपत में वृद्धि के कारण एल्युमीनियम उत्पादन में वर्ष दर वर्ष 1.6% की वृद्धि हुई। शंघाई मेटल्स मार्केट के अनुसार, स्मेल्टर्स ने कुछ निष्क्रिय क्षमता को बहाल कर दिया है। जबकि अतिरिक्त मांग को पूरा करने के लिए नए प्लांट भी ऑनलाइन आ गए हैं।
इसके अलावा बिजली ईंधन का उत्पादन भी बढ़ गया है। कोयले में 4.6% और प्राकृतिक गैस में 8.4% की वृद्धि हुई है। चीन ने कड़ाके की ठंड में डिमांड बढ़ने से पहले आपूर्ति बढ़ा दी। लेकिन कमजोर मार्जिन के कारण कच्चे तेल रिफाइनर्स ने ऑपरेशन में कटौती की, जिससे उत्पादन में 4.6% की गिरावट आई है।