सोने की कीमतों में उतार-चढ़ाव रहने की संभावना, चांदी की चमक आगे भी रहेगी बरकरार- मेटल्स फोकस

चिराग शेठ ने सीएनबीसी-टीवी 18 से बातचीत के दौरान कहा कि नए साल की गोल्ड़ की कीमतों में हर तिमाही में लगभग 400-500 डॉलर प्रति औंस का उतार-चढ़ाव जारी रह सकता है। उन्होंने कहा कि कीमती धातुओं में पिछले कुछ समय से अस्थिरता आम बात रही है, और यह रुझान जल्द बदलने की संभावना भी नजर नहीं आ रही

अपडेटेड Nov 11, 2025 पर 5:02 PM
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चिराग शेठ ने कहा कि इस चांदी के फंडामेटल्स सोने से ज़्यादा मज़बूत हैं और अगले साल इसकी क़ीमत 58-60 डॉलर प्रति औंस तक पहुंच सकती है।

Gold - Silver Price: सोने-चांदी की कीमतों में आनेवाले नए साल में उतार-चढ़ाव देखने को मिल सकता है। मेटल्स फ़ोकस (Metals Focus) के साउथ एशिया प्रिसिपल कंसल्टेंट ( Principal Consultant–South Asia) चिराग शेठ ने सीएनबीसी-टीवी 18 से बातचीत के दौरान कहा कि नए साल की गोल्ड़ की कीमतों में हर तिमाही में लगभग 400-500 डॉलर प्रति औंस का उतार-चढ़ाव जारी रह सकता है। उन्होंने कहा कि कीमती धातुओं में पिछले कुछ समय से अस्थिरता आम बात रही है, और यह रुझान जल्द बदलने की संभावना भी नजर नहीं आ रही।

सोने की कीमतें 3,800 डॉलर से 4,600 डॉलर प्रति औंस के बीच रहने की संभावना है, और जब तक बाजार में नए बदलाव नहीं आते, तब तक इसमें तेज़ी की संभावना सीमित रहेगी। चिराग शेठ के मुताबिक सोने की कीमतें 4,800-5,000 डॉलर प्रति औंस तक पहुंचने के लिए नए कारकों से थोड़ा और प्रोत्साहन की आवश्यकता होगी।"

नवंबर में बिक्री भी मज़बूत बनी रहने की उम्मीद


डॉमेस्टिक फ्रंट पर उनका कहना है कि भारत में हाल के हफ्तों में सोने के लिए मजबूत निवेश और ETF मांग देखी गई है। उन्होंने आगे कहा कि कीमतों में स्थिरता और शादियों के मौसम के चलते नवंबर में बिक्री भी मज़बूत बनी रह सकती है।

केंद्रीय बैंकों की सोने की खरीद रहेगी मजबूत

उन्हें उम्मीद है कि 2025 में केंद्रीय बैंकों की सोने की ख़रीद मज़बूत रहेगी, जो 800-1,000 टन होगी, क्योंकि ज़्यादातर देश सोने को एक रणनीतिक भंडार के रूप में देख रहे हैं। उनका मानना है कि "ज़्यादा से ज़्यादा केंद्रीय बैंक सोने की होल्डिंग बढ़ाने पर विचार कर रहे हैं।" उन्होंने बताया कि मौजूदा भू-राजनीतिक अनिश्चितता के बीच कई बैंक अपने विदेशी मुद्रा भंडार का 5-10% सोने में रखने का लक्ष्य बना रहे हैं।

अगले साल चांदी 58-60 डॉलर प्रति औंस पर पहुंच सकती है

चांदी की कीमतों पर अपनी प्रतिक्रिया देते हुए करें तो चिराग शेठ ने कहा कि इस चांदी के फंडामेटल्स सोने से ज़्यादा मज़बूत हैं और अगले साल इसकी क़ीमत 58-60 डॉलर प्रति औंस तक पहुंच सकती है। यहीं कारण है कि चांदी पर हमारा बुलिश नजरिया बना हुआ है। मार्केट डेफिसिट, नई मांग और AI टेक्नोलॉजी में निवेश को देखते हुए चांदी की मांग मज़बूत बनी रहनी चाहिए।"

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