सरकार ने सफेद चावल के MEP और Parboiled Rice की 10% एक्सपोर्ट ड्यूटी खत्म कर दी है। सूत्रों के मुताबिक सरकार जल्द ही इस पर नोटिफिकेशन भी जारी कर सकती है। सूत्रों के मुताबिक नॉन बासमती व्हाइट राइस की MEP खत्म हुई है। व्हाइट राइस के एक्सपोर्ट पर $490/टन की MEP लगती थी। जिसे अब खत्म कर दिया गया है।
सीएनबीसी-आवाज को सूत्रों के हवाले से मिली खबर के मुताबिक उबले चावल की 10% एक्सपोर्ट ड्यूटी भी खत्म की है। बता दें कि उबले चावल की 10% एक्सपोर्ट ड्यूटी भी खत्म की थी। सूत्रों के अनुसार हाई लेवल मिनिस्ट्रियल पैनल की बैठक में फैसला हुआ। हालांकि सरकार जल्द फैसला का नोटिफिकेशन जारी करेगी। गौरतलब हो कि पीयूष गोयल से पिछले हफ्ते IREF के प्रतिनिधी मिले थे।
इस खबर को इंडस्ट्री कैसे देखती है? इस पर सीएनबीसी-आवाज से बात करते हुए सत्यम बालाजी राइस के डायरेक्टर हिमांशु अग्रवाल का कहना है कि व्हाइट राइस के एक्सपोर्ट पर $490/टन की MEP सही नहीं है। अगर सरकार MEP हटाने पर विचार कर रही है तो यह काफी सकारात्मक कदम होगा। चावल से जुड़े शेयर ऑल टाइम हाई पर है। सरकार की तरफ से प्रोक्योरमेंट का बड़ा प्लान है जिसके लिए सरकार को एक्सपोर्ट को बूस्ट देने की जरुरत है।
हिमांशु ने इस बातचीत में आगे कहा कि देश में सफेद चावल का स्टॉक काफी ज्यादा है। हिमांशु अग्रवाल ने आगे कहा कि सरकार अगर MEP हटाती है तो बाजार को फायदा मिलेगा। 80 लाख टन सफेद चावल PDS में जाने के बाद भी स्टॉक काफी ज्यादा है
उन्होंने आगे कहा कि MEP लगने से पाकिस्तान को फायदा मिल रहा था। उन्होंने आगे कहा कि MEP खत्म होने से भारत का कारोबार दोबारा से बढ़ेगा और ग्लोबल बाजार में भारत अपनी जगह दोबारा हासिल कर पाएगा।