2022 में तेल की कीमतों में बेतहाशा उछाल आया। यूक्रेन में युद्ध के बीच तंग आपूर्ति का सामना करना पड़ा। फिर शीर्ष आयातक चीन की तरफ कमजोर डिमांड देखने को मिली। आर्थिक चिंताओं के कारण इसका फिसलना नजर आया। लेकिन शुक्रवार को इसका भाव लगातार दूसरे साल ये बढ़त के साथ बंद हुआ। इस साल मार्च में कीमतों में वृद्धि हुई क्योंकि यूक्रेन पर रूस के आक्रमण से वैश्विक रूप से कच्चे तेल का प्रवाह रुक गया। अंतरराष्ट्रीय बेंचमार्क ब्रेंट 139.13 डॉलर प्रति बैरल तक पहुंच गया। ये भाव 2008 के बाद सबसे अधिक है। दूसरी छमाही में कीमतों में तेजी से गिरावट आई। इसकी वजह ये रही कि केंद्रीय बैंकों ने ब्याज दरों में बढ़ोतरी की। इससे मंदी की चिंता को हवा मिली।
आईएनजी विश्लेषक इवा मंथे (ING analyst Ewa Manthey) ने कहा, "कमोडिटी बाजारों के लिए यह एक असाधारण वर्ष रहा है। आपूर्ति जोखिम के कारण वोलैटिलिटी और कीमतों में वृद्धि हुई।" "अगला साल बहुत ज्यादा वोलैटिलिटी के साथ अनिश्चिततापूर्ण वर्ष रहेगा।" ऐसा उन्होंने कहा।
साल के आखिरी कारोबारी दिन शुक्रवार को ब्रेंट क्रूड 85.91 डॉलर प्रति बैरल पर बंद हुआ। जो लगभग 3% बढ़कर 2.45 डॉलर प्रति बैरल हो गया। यूएस वेस्ट टेक्सास इंटरमीडिएट क्रूड $ 1.86 या 2.4% बढ़कर 80.26 डॉलर प्रति बैरल पर आ गया।
2021 में 50% की छलांग लगाने के बाद इस साल ब्रेंट में लगभग 10% की वृद्धि हुई। पिछले वर्ष के 55% की बढ़त के बाद 2022 में अमेरिकी क्रूड लगभग 7% बढ़ा। दोनों बेंचमार्क 2020 में तेजी से गिरे क्योंकि COVID-19 महामारी ने ईंधन की मांग को कम कर दिया था।
2023 में निवेशकों से उम्मीद है कि वे तेल को लेकर सतर्क रुख अपनायेंगे। इसके साथ ही वे ब्याज दरों में बढ़ोतरी और संभावित मंदी से सावधान रहेंगे।
न्यूयॉर्क में अगेन कैपिटल एलएलसी के पार्टनर जॉन किल्डफ (John Kilduff, partner at Again Capital LLC in New York) ने कहा, "वैश्विक केंद्रीय बैंकों द्वारा भारी-भरकम एक्शन और मंदी की वजह से डिमांड और डिमांड में वृद्धि एक बड़ा सवाल बन कर उभर सकता है।"
30 अर्थशास्त्रियों और विश्लेषकों के एक सर्वेक्षण में अनुमान लगाया गया है कि 2023 में ब्रेंट का औसत भाव $89.37 प्रति बैरल होगा। जो नवंबर के एक सर्वेक्षण में आम सहमति से आंके गये भाव से लगभग 4.6% कम है। 2023 में यूएस क्रूड का औसत भाव $84.84 प्रति बैरल रहने का अनुमान है, जो कि पहले के अनुमान से कम है।