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भारत को दुनिया का बुलियन ट्रेडिंग हब बनाने की तैयारी, वित्त मंत्रालय ने बुलाई अहम बैठक

Commodity Market : सूत्रों के मुताबिक 4 नवंबर को होने वाली बैठक में ट्रेड वॉल्यूम में बैंकों की भागीदारी बढ़ाने पर भी चर्चा होगी। एक्सचेंज पर ट्रेडिंग के लिए क्वालिफाइड ज्वेलर्स की नेटवर्थ घटाने पर भी चर्चा होगी। यह नेटवर्थ लिमिट 25 करोड़ रुपए से घटाकर 15 करोड़ रुपए की जा सकती है। बैठक में सोने-चांदी की कीमतों पर काबू रखने की रणनीति पर बातचीत हो सकती है

MoneyControl Newsअपडेटेड Oct 27, 2025 पर 6:09 PM
भारत को दुनिया का बुलियन ट्रेडिंग हब बनाने की तैयारी, वित्त मंत्रालय ने बुलाई अहम बैठक
Bullion Trading : इस मुद्दे पर विचार के लिए वित्त मंत्रालय ने दिल्ली में 4 नवंबर को बैठक बुलाई है। सूत्रों के मुताबिक इस बैठक में DGFT, SEZ और RBI के प्रतिनिधि हिस्सा लेंगे

Bullion trading : भारत को बुलियन का ट्रेडिंग हब बनाने की तैयारी है। सूत्रों के मुताबिक सोने-चांदी की कीमतों को काबू में रखने और बैंकों और छोटे ज्वेलर्स की भागीदारी बढ़ाने को लेकर वित्त मंत्रालय ने 4 नवंबर को एक अहम बैठक बुलाई है। इसमें गिफ्ट सिटी के इंडियन इंटरनेशनल बुलियन एक्सचेंज के जरिए ट्रेड वॉल्यूम को बढ़ाने पर चर्चा होगी। इस पर ज्यादा डिटेल देते हुए सीएनबीसी-आवाज़ के आलोक प्रियदर्शी ने सूत्रों के हवाले से मिली जानकारी के आधार पर बताया कि भारत को दुनिया का बुलियन ट्रेडिंग हब बनाने के लिए GIFT सिटी के IIBX (इंडियन इंटरनेशनल बुलियन एक्सचेंज) पर ट्रेड वॉल्यूम बढ़ाने पर जोर होगा।

सूत्रों के मुताबिक 4 नवंबर को होने वाली बैठक में ट्रेड वॉल्यूम में बैंकों की भागीदारी बढ़ाने पर भी चर्चा होगी। एक्सचेंज पर ट्रेडिंग के लिए क्वालिफाइड ज्वेलर्स की नेटवर्थ घटाने पर भी चर्चा होगी। यह नेटवर्थ लिमिट 25 करोड़ रुपए से घटाकर 15 करोड़ रुपए की जा सकती है। बैठक में सोने-चांदी की कीमतों पर काबू रखने की रणनीति पर बातचीत हो सकती है। इस मुद्दे पर विचार के लिए वित्त मंत्रालय ने दिल्ली में 4 नवंबर को बैठक बुलाई है। सूत्रों के मुताबिक इस बैठक में DGFT, SEZ और RBI के प्रतिनिधि हिस्सा लेंगे। सरकारी और प्राइवेट बैंकों को भी बैठक में बुलाया गया है।

सूत्रों के मुताबिक इस बैठक में बीती 6 अगस्त को हुई पिछली समीक्षा के बाद की प्रगति का जायजा लिया जाएगा। सूत्र ने बताया, इस बार बैंकों द्वारा वास्तविक ट्रेडिंग, विदेशी बैंकों की भागीदारी बढ़ाने और आईआईबीएक्स के ढांचे को अंतरराष्ट्रीय सर्वोत्तम परिपाटियों के मुताबिक बनाने पर ध्यान दिया जाएगा। बैठक में गोल्ड मेटल लोन जैसे नए व्यापार मॉडल और घरेलू बाजार में प्रचलित कंसाइनमेंट-आधारित मॉडल जैसी अन्य व्यवस्थाओं को शुरू करने के प्रस्ताव पर भी चर्चा होने की उम्मीद है।

 

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