Rupee Vs Dollar: डॉलर के मुकाबले रुपये मे दबाव दिखा। सोमवार को अमेरिकी डॉलर के मुकाबले रुपया 15 पैसे गिरकर 88.31 पर बंद हुआ। रुपये की शुरुआत भी आज सीमित दायरे में हुई थी। शुरुआती कारोबार में डॉलर के मुकाबले रुपया 5 पैसे गिरकर 88.21 प्रति डॉलर पर आ खुला था। लेकिन कारोबारी सत्र के आगे बढ़ने के साथ ही इसमें गिरावट और बढ़ती दिखी और यह 88.34 - 88.12 स्तर तक पहुंचता नजर आया।
विदेशी मुद्रा व्यापारियों ने कहा कि एच-1बी वीजा शुल्क में हाल ही में 100,000 डॉलर प्रति वर्ष की वृद्धि से आईटी क्षेत्र में संवेदनशीलता बढ़ सकती है, क्योंकि अमेरिका में कर्मचारियों की तैनाती में संभावित मंदी के कारण कंपनियों को मार्जिन दबाव और कम धन प्रेषण का सामना करना पड़ सकता है।
अंतरबैंक विदेशी मुद्रा बाजार में रुपया 88.20 पर खुला, फिर गिरावट के साथ 88.21 प्रति डॉलर पर पहुंच गया, जो पिछले बंद भाव से 5 पैसे की गिरावट दर्शाता है। शुक्रवार (19 सितंबर) को अमेरिकी डॉलर के मुकाबले रुपया 4 पैसे बढ़कर 88.16 पर बंद हुआ।
आगे कैसी रह सकती है इसकी चाल
एचडीएफसी सिक्योरिटीज के दिलीप परमार ने कहा कि भारतीय रुपया रिकॉर्ड निचले स्तर की ओर गिर रहा है क्योंकि बाजार प्रतिभागी अमेरिका के नए $100,000 एच-1बी वीज़ा शुल्क के संभावित नतीजों पर विचार कर रहे हैं। इस घटनाक्रम से धन प्रेषण वृद्धि में मंदी आ सकती है और अमेरिका को सेवा निर्यात में कमी आ सकती है। नियर टर्म में हाजिर USDINR का रुख ऊपर की ओर बना हुआ है, जिसमें 88 पर सपोर्ट और 88.45 पर ऊपरी रजिस्टेंस है।
मिराए एसेट शेयरखान के करेंसी और कमोडिटीज के रिसर्च एनालिस्ट अनुज चौधरी ने कहा, "घरेलू बाजारों में जोखिम से बचने की प्रवृत्ति भी रुपये पर दबाव डाल सकती है। हालांकि, कच्चे तेल की कीमतों में कुल मिलाकर कमजोरी निचले स्तरों पर रुपये को सहारा दे सकती है। USDINR का हाजिर भाव 88.05 से 88.60 के बीच रहने की उम्मीद है।"उन्होंने कहा, "हमारा अनुमान है कि रुपया कमजोर बना रहेगा, क्योंकि अमेरिकी वीजा शुल्क में बढ़ोतरी से बाजार धारणा प्रभावित हो सकती है, जिसका असर घरेलू मुद्रा पर पड़ सकता है।"