Sugar price : ISMA का अनुमान है कि इस साल शुगर का उत्पादन पिछले साल से कम रह सकता है। ISMA के मुताबिक 2024-25 में 331.1 लाख टन शुगर उत्पादन संभव है। इस साल करीब 9 लाख टन कम उत्पादन की आशंका है। 2023-24 में 339.95 लाख टन शुगर उत्पादन हुआ था। महाराष्ट्र और कर्नाटक में कम बुआई हुई से उत्पादन घटा था। देश में पिछले साल गन्ने की बुआई 6 फीसदी घटी थी। देश में पिछले साल 56.1 लाख हेक्टेयर में गन्ने की बुआई हुई थी। चीनी का बात करें तो 2023-24 में देश में 339.95 लाख टन शुगर का उत्पादन हुआ था। वहीं, 2024-25 में 331.10 लाख टन चीनी उत्पादन का अनुमान है।
देश में गन्ने की बुआई पर नजर डालें तो 2023-24 में 59.44 लाख हेक्टेयर जमीन में गन्ने की बुआई हुई थी। वहीं, 2024-25 में 56.10 लाख हेक्टेयर जमीन में गन्ने की बुआई हुई है। बड़े राज्यों में गन्ने की बुआई के रकबे की बात करें तो उत्तर प्रदेश में गन्ने की बुआई का रकबा 3 फीसदी घटकर 23.32 लाख हेक्टेयर पर रहा है। वहीं, महाराष्ट्र में गन्ने की बुआई का रकबा 13 फीसदी घटकर 13.10 लाख हेक्टेयर पर रहा है। जबकि कर्नाटक में गन्ने की बुआई का रकबा 8 फीसदी घटकर 6.20 लाख हेक्टेयर पर रहा है। तमिलनाडु में गन्ने की बुआई का रकबा 19 फीसदी घटकर 2 लाख हेक्टेयर पर रहा है। जबकि गुजरात में गन्ने की बुआई का रकबा 4 फीसदी बढ़कर 2.31 लाख हेक्टेयर पर रहा है।
बड़े राज्यों में उत्पादन अनुमान
बड़े राज्यों में उत्पादन अनुमान की बात करें तो उत्तर प्रदेश में 113 लाख टन, महाराष्ट्र में 111 लाख टन, कर्नाटक में 56.51 लाख टन, तमिलनाडु में 8.84 लाख टन और गुजरात में 9.98 लाख टन चीनी उत्पादन का अनुमान है। देश में चीनी की खपत पर नजर डालें तो 2022-23 में देश में 27.85 मिलियन टन चीनी की खपत हुई थी। वहीं, 2023-24 में 29.00 मिलियन टन चीनी की खपत हुई थी। चीनी और भारत की स्थिति पर नजर डालें तो चीनी की खपत में दुनिया में भारत की 15 फीसदी की हिस्सेदारी है। उत्पादन में भी दुनिया में भारत की 15 फीसदी हिस्सेदारी है।