अदाणी ग्रुप डॉलर बॉन्ड के जरिये 50 करोड़ डॉलर जुटाने की तैयारी में है। विदेश में बॉन्ड जारी करने के लिए कंपनी संबंधित पक्षों से बातचीत कर रही है। पिछले साल अदाणी ग्रुप के शेयरों को लेकर अमेरिकी एजेंसी हिंडनबर्ग की रिपोर्ट आने के बाद कारोबारी समूह का यह पहला विदेशी बॉन्ड होगा।
मामले से वाकिफ सूत्रों ने नाम जाहिर नहीं किए जाने की शर्त पर बताया कि ग्रुप की कंपनी अदाणी ग्रीन एनर्जी लिमिटेड (Adani Green Energy Ltd) इस सौदे को लेकर कई विदेशी बैंकों के साथ बातचीत कर रही है, जिनमें एक अमेरिकी फर्म भी शामिल है। नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (NSE) में 6 फरवरी को कंपनी का शेयर 3.18 पर्सेंट की बढ़त के साथ 1,721.65 रुपये पर बंद हुआ।
बॉन्ड की बिक्री इसी साल होगी। हालांकि, इसको लेकर समझौते को अंतिम रूप नहीं दिया गया है और शर्तों में अब भी बदलाव हो सकता है। अदाणी ग्रुप के प्रवक्ता ने इस मामले में कुछ भी कहने से इनकार कर दिया। हिंडनर्ग रिसर्च (Hindenburg Research) द्वारा ग्रुप पर फर्जीवाड़ा और स्टॉक में गड़बड़ी का आरोप लगाने के बाद ग्रुप के शेयरों में तेज गिरावट देखने को मिली थी। हालांकि, अदाणी ग्रुप ने इन आरोपों को सिरे से खारिज किया है।
जनवरी 2023 में ग्रुप को लेकर हिंडनबर्ग की रिपोर्ट आने के बाद अंबुजा सीमेंट्स लिमिटेड (Ambuja Cements Ltd.) और एसीसी लिमिटेड (ACC Ltd.) की खरीद के लिए लिए गए कर्ज की रीफाइनेंसिंग के लिए हो रही बातचीत अटक गई थी। हालांकि, बाद में अदाणी ग्रुप ने 3.5 अरब डॉलर के फंडिंग पैकेज को सफलतापूर्वक पूरा हासिल कर लिया था।
पोर्ट से पावर तक में सक्रिय इस कारोबारी समूह ने पिछले एक साल में अपना कर्ज कम करने के साथ-साथ कई अहम प्रोजेक्ट्स को भी पूरा किया है, जिससे निवेशकों और लेंडर्स का भरोसा बहाल करने में कंपनी को सफलता मिली है। इस दौरान ग्रुप के स्टॉक और बॉन्ड ने भी काफी हद तक भरपाई की है।