दिसंबर 2024 तिमाही में लिस्टेड कंपनियों की परफॉर्मेंस निराशाजनक रही। इस दौरान न सिर्फ प्रॉफिट मार्जिन में गिरावट रही, बल्कि निफ्टी 50 और बीएसई 500 कंपनियों के अन्य मानकों पर भी असर पड़ा। डीफ्लेशन और सालाना आधार पर बेस अनुकूल होने के बावजूद संबंधित अवधि में कंपनियों की रेवेन्यू ग्रोथ सुस्त रही। नुवामा इंस्टीट्यूशनल इक्विटीज की रिपोर्ट में कहा गया है कि बीएसई 500 कंपनियों के लिए सालाना आधार पर रेवेन्यू ग्रोथ लगातार सातवीं तिमाही में 10 पर्सेंट से कम रही।