आईफोन (iPhone) और मैकबुक (MacBook) बनाने वाली एपल के लिए जून तिमाही धमाकेदार रही। भारत समेत दो दर्जन से अधिक देशों में इसने रिकॉर्ड रेवेन्यू हासिल किया। एपल (Apple) ने 29 जून को समाप्त होने वाली अपने वित्त वर्ष 2024 की तीसरी तिमाही के नतीजे जारी किए और इसके मुताबिक कंपनी को 8580 करोड़ डॉलर का रेवेन्यू हासिल हुआ। सालाना आधार पर इसका रेवेन्यू 5 फीसदी बढ़ा है। इनवेस्टर्स कॉल के दौरान एपल के सीईओ टिम कुक ने खुलासा किया कि कंपनी ने कनाडा, मैक्सिको, फ्रांस, जर्मनी, यूके, भारत, इंडोनेशिया, फिलीपींस और थाईलैंड समेत दो दर्जन से अधिक देशों में रेवेन्यू का नया रिकॉर्ड बनाया।
भारत में तेजी से बढ़ी मैकबुक की मांग
एपल के नतीजे में एक और अहम बात सामने आई कि मैकबुक की मांग तेजी से बढ़ रही है। मैक डिवाइसेज का रेवेन्यू सालाना आधार पर 2 फीसदी बढ़ा। एपल के CFO (चीफ फाइनेंशियल ऑफिसर) लुका मैस्त्री (Luca Maestri) ने कहा कि सबसे तगड़ा परफॉरमेंस तो विकासशील देशों में दिखा। लैटिन अमेरिका, भारत और दक्षिण एशिया में मैकमैक की बिक्री रिकॉर्ड लेवल पर पहुंच गई। इसे एम3 चिप वाली मैकबुक एयर से सपोर्ट मिला।
एपल का नाम आते ही सबसे पहले आईफोन का ख्याल आता है लेकिन जून तिमाही में इसकी बिक्री सुस्त पड़ी। जून तिमाही में इसकी बिक्री 3930 करोड़ डॉलर की रही जो सालाना आधार पर 0.94 फीसदी कम रही। हालांकि इसका अनुमान पहले से ही लगाया जा रहा था कि आईफोन की बिक्री में हल्की गिरावट आ सकती है क्योंकि आईफोन 16 सीरीज लॉन्च होने वाली है। मैकबुक की बात करें तो इसकी बिक्री 2.46 फीसदी उछलकर 701 करोड़ डॉलर पर पहुंच गया और आईपैड की भी बिक्री 23.63 फीसदी बढ़कर 716 करोड़ डॉलर पर पहुंच गई। इससे पहले मार्च तिमाही में मैक और आईपैड, दोनों के रेवेन्यू में गिरावट आई थी। सर्विसेज रेवेन्यू में उछाल दिखा और यह 2421 करोड़ डॉलर के रिकॉर्ड लेवल पर पहुंच गया जो सालाना आधार पर 14.14 फीसदी अधिक है।