कमर्शियल व्हीकल बनाने वाली कंपनी Ashok Leyland ने आज अपने वित्त वर्ष 2022-23 के पहली तिमाही के नतीजे जारी कर दिए हैं। 30 जून 2022 को खत्म हुई पहली तिमाही में कंपनी का स्टैंडअलोन मुनाफा 68 करोड रुपये रहा है। गौरतलब है कि पिछले वित्त वर्ष की पहली तिमाही में कंपनी को 282.3 करोड़ रुपये का घाटा हुआ था।
बता दें कि पिछले वित्त वर्ष की पहली तिमाही के दौरान देश कोरोना महामारी की दूसरी लहर से जूझ रहा था। वित्त वर्ष 2023 की पहली तिमाही में कमोडिटी की कीमतों खासकर मेटल की कीमतों में गिरावट से भी कंपनी के आय में बढ़ोतरी देखने को मिली है।
30 जून 2022 को खत्म हुई पहली तिमाही में Ashok Leyland की आय सालाना आधार पर 145 फीसदी की बढ़ोतरी के साथ 7,223 करोड़ रुपये पर रही है जो कि पिछले वित्त वर्ष की पहली तिमाही में 2951 करोड़ रुपये पर रही थी।
कंपनी के डायरेक्ट और सीईओ गोपाल महादेवन (Gopol Mohodevan)का कहना है कि कंपनी के रेवेन्यू में बढ़त और लागत नियत्रंण की कोशिशों के चलते कंपनी के मुनाफे में बढ़ोतरी देखने को मिली है। कमोडिटी खासकर स्टील की कीमतों में गिरावट से कंपनी के मार्जिन पर भी पॉजिटिव असर आया है।
30 जून 2022 को खत्म हुई तिमाही में कंपनी की मीडियम और हैवी कमर्शियल सेगमेंट की घरेलू बिक्री में 189 फीसदी, बाजार शेयर में 30 फीसदी (27 फीसदी से बढ़कर 30 फीसदी पर आई है) की बढ़ोतरी देखने को मिली है।
वित्त वर्ष 2023 की पहली तिमाही में Ashok Leyland की ट्रक बाजार की हिस्सेदारी 31.1 फीसदी पर रही है जो कि पिछले वित्त वर्ष की इसी अवधि में 26.2 फीसदी पर रही थी। वित्त वर्ष 2022-23 की पहली तिमाही में कंपनी की घरेलू लाइट कमर्शियल व्हीकल सेगमेंट की वॉल्यूम
14,384 यूनिट रही है। इसमें सालाना आधार पर 66 फीसदी की बढ़ोतरी देखने को मिली है। इस अवधि में कंपनी की एक्सपोर्ट वॉल्यूम में सालाना आधार पर 76 फीसदी की बढ़ोतरी देखने को मिली है और यह 2,527 यूनिट रही है।
ऑपरेटिंग फ्रंट पर नजर डालें तो 30 जून 2022 को समाप्त तिमाही में कंपनी का एबिटडा 320 करोड़ रुपये पर रहा है जबकि पिछले साल की इसी अवधि में कंपनी को 140 करोड़ रुपये का एबिटडा घाटा हुआ था।