Dr Reddy's Q2 Results: फार्मा सेक्टर की कंपनी डॉ रेड्डीज ने शुक्रवार 24 अक्टूबर को मौजूदा वित्त वर्ष की दूसरी तिमाही के नतीजे जारी किए। कंपनी ने बताया कि सितंबर तिमाही में उसका शुद्ध मुनाफा सालाना आधार पर 7% बढ़कर ₹1,347.1 करोड़ रहा। हालांकि यह ब्रोकरेज फर्मों के जताए ₹1,450 करोड़ रुपये के अनुमान कम है।
कंपनी ने बताया कि सितंबर तिमाही के दौरान नॉर्थ अमेरिका में ब्लॉकबस्टर कैंसर दवा Revlimid के जेनेरिक संस्करण को लेकर कड़े कॉम्पिटीशन का सामना करना पड़ा, जिसके चलते इसमें गिरावट आई।
डॉ रेड्डीज का कुल रेवेन्यू सालाना आधार पर 10 प्रतिशत बढ़कर 8,828 करोड़ रुपये रहा, जो इसकी पिछली तिमाही में 8,038 करोड़ रुपये रहा था। यह आंकड़ा एनालिस्ट्स के अनुमान 8,700 करोड़ रुपये से थोड़ा बेहतर रहा।
कंपनी ने बताया कि ब्रांडेड मार्केट्स में मजबूत ग्रोथ और निकोटीन रिप्लेसमेंट थेरेपी (NRT) पोर्टफोलियो से स्थिर योगदान ने अमेरिकी बाजार में घटती Lenalidomide बिक्री की भरपाई की।
कंपनी के को-चेयरमैन और एमडी जी वी प्रसाद ने कहा, “सितंबर तिमाही के दौरान ब्रांडेड मार्केट्स के मजबूत प्रदर्शन और NRT पोर्टफोलियो के योगदान के चलते ग्रोथ देखने को मिली। हमारा ध्यान कोर बिजनेस को मजबूत करने, प्रमुख पाइपलाइन संपत्तियों को आगे बढ़ाने, उत्पादकता बढ़ाने और नए बिजनेस अवसरों पर केंद्रित रहेगा।”
विभिन्न बाजारों में प्रदर्शन
भारत: कंपनी की कुल बिक्री 13% बढ़कर ₹1,578 करोड़ रही। यह वृद्धि कीमतों में बढ़ोतरी, नए लॉन्च और वॉल्यूम ग्रोथ की वजह से रही।
यूरोप: रेवेन्यू 138% की उछाल के साथ ₹1,376.2 करोड़ तक पहुंच गया। इसकी वजह अधिग्रहीत NRT पोर्टफोलियो और नए उत्पादों के लॉन्च रहे।
इमर्जिंग मार्केट्स: बिक्री 14% बढ़कर 1,654.8 करोड़ रुपये रही। इसमें रूस का योगदान 870 करोड़ रुपये रहा, जो 28% की ग्रोथ दर्शाता है।
नॉर्थ अमेरिका: कंपनी का प्रदर्शन यहां कमजोर रहा। यहां रेवेन्.ू 13% घटकर ₹3,240.8 करोड़ पर आ गया, जिसकी मुख्य वजह कीमतों में गिरावट और Lenalidomide की कम वॉल्यूम रही।
इस दौरान कंपनी ने 7 नए उत्पाद लॉन्च किए और 5 नई ANDA फाइलिंग्स दायर कीं। कंपनी ने बताया कि उसके पास ₹2,750.8 करोड़ का नेट कैश सरप्लस है, जो उसकी मजबूत कैश फ्लो की स्थिति को दिखाता है।
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